पूर्णिया : नगर निगम चुनाव में अपने लिए प्रतिनिधित्व का सपना संजाये दर्जनों अभ्यर्थियों को निराशा हाथ लग सकती है. दरअसल इसकी मूल वजह यह है कि चुनाव आयोग द्वारा जो निर्देश जारी किये गये हैं, उसके तहत सभी दस्तावेज जुटाना प्रत्याशियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है. शुक्रवार को भी दर्जनों लोग […]
पूर्णिया : नगर निगम चुनाव में अपने लिए प्रतिनिधित्व का सपना संजाये दर्जनों अभ्यर्थियों को निराशा हाथ लग सकती है. दरअसल इसकी मूल वजह यह है कि चुनाव आयोग द्वारा जो निर्देश जारी किये गये हैं, उसके तहत सभी दस्तावेज जुटाना प्रत्याशियों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है.
शुक्रवार को भी दर्जनों लोग आवश्यक दस्तावेज जुटाने में असफल रहे. वही तीन दिनों के लगातार अवकाश के कारण मंगलवार के पूर्व दस्तावेजों का तैयार होना असंभव है. ऐसे में मंगलवार को दस्तावेज देर से मिलने पर उन्हें अभ्यर्थिता का अवसर भी गंवाना पड़ सकता है. गौरतलब है कि इससे पूर्व तीन या उससे अधिक बच्चों के पेंच के कारण भी दर्जनों अभ्यर्थियों को निराशा मिल चुकी है. इसके तहत 04 अप्रैल 2008 के उपरांत तीसरे या उससे अधिक बच्चे को जन्म देने वाले अभिभावकों को निर्वाचन प्रक्रिया में शामिल होने की अनुमति नहीं देने का प्रावधान किया गया है.
नियमों की सख्ती बढ़ा रही प्रत्याशियों की परेशानी : शुक्रवार को नामांकन के बाद 46 वार्डों से अब तक कुल 149 प्रत्याशियों द्वारा नामांकन दाखिल कराया जा चुका है. जबकि 350 से अधिक लोगों ने नामांकन के लिए एनआर रसीद कटवाया है. लेकिन संभव है कि कई अभ्यर्थी नामांकन दाखिल न कर पायें. क्योंकि नामांकन के लिए निर्धारित नियम काफी सख्त हैं, जो उम्मीदवारों की परेशानी का सबब बना हुआ है. मंगलवार को भी जो अभ्यर्थी नामांकन के लिए पहुंचेंगे, उन्हें अपनी संपत्ति का ब्यौरा देना होगा. हालांकि ब्यौरा नहीं होने पर शपथपत्र भी मान्य होगा. लेकिन चुनाव आयोग द्वारा जारी अन्य सभी निर्देशों के प्रति भी प्रशासन सख्त दिख रहा है.