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नो इंट्री के जाल में फंसा आर्थिक बाजार, करोड़ों का नुकसान
पूर्णिया : कोसी के आर्थिक धुरी के रूप में प्रख्यात गुलाबबाग कृषि मंडी का आर्थिक बाजार नो इंट्री के चक्कर में फंस कराह रहा है. बाजार खुला है लेकिन व्यापारी नदारद हैं. खरीद बिक्री को लेकर नो इंट्री के चक्कर में फंसने से बेहतर खरीदार दूसरे बाजारों का रूख करने लगे हैं. स्थानीय कारोबारियों की […]
पूर्णिया : कोसी के आर्थिक धुरी के रूप में प्रख्यात गुलाबबाग कृषि मंडी का आर्थिक बाजार नो इंट्री के चक्कर में फंस कराह रहा है. बाजार खुला है लेकिन व्यापारी नदारद हैं. खरीद बिक्री को लेकर नो इंट्री के चक्कर में फंसने से बेहतर खरीदार दूसरे बाजारों का रूख करने लगे हैं. स्थानीय कारोबारियों की मानें तो पिछले करीब एक महीने में करोड़ों का व्यापार प्रभावित हुआ है.
जनवरी से लगायी गयी नो इंट्री : गौरतलब है कि विगत जनवरी माह के अंत में जिला प्रशासन द्वारा गुलाबबाग के जीरोमाइल से सोनौली चौक तक बड़े एवं मालवाहक वाहनों का प्रयोग वर्जित कर नो इंट्री लगा दिया गया था. इसका सीधा असर व्यावसायिक मंडी के थोक व खुदरा कारोबार पर पड़ रहा है.
कारोबारियों के अनुसार जीरो माइल से लेकर सोनौली चौक तक करीब एक हजार दुकानें और गोदाम है, जहां छड़, सीमेंट, खाद, किराना, कॉस्मेटिक, इलेक्ट्रॉनिक, नमक, अनाज, दाल, तेल का कारोबार होता है. कोसी के कई जिलों से कृषि जिंस लेकर आये किसान कृषि जिंस बेचने के बाद इसी बाजार में खरीदारी कर गाड़ियों में सामान लोड करते हैं. अन्य प्रदेशों से आना वाला सामान इसी रास्ते गोदाम तक जाता है, लेकिन नो इंट्री लागू होने के बाद यहां सभी व्यापारिक कार्यकलाप ठप पड़ गये हैं. कारोबारियों की मानें तो अब तक करीब 30 से 40 करोड़ का कारोबारी नुकसान हो चुका है.
पहले भी लगा था नो इंट्री, हुआ था विरोध : गुलाबबाग में नो इंट्री का विरोध पहले भी हुआ था और हटाया भी गया था. वर्ष 2012-13 में जाम की समस्या को लेकर खूब हंगामा मचा था. तब कुछ सामाजिक संगठनों द्वारा जिला प्रशासन को लिखित शिकायत के साथ जाम से मुक्ति की गुहार लगायी गयी थी और जिला प्रशासन ने तब इसी तरफ नो इंट्री लगाया था. जिसका सीधा असर जब व्यापार पर पड़ा तो स्थानीय व्यापारियों ने विरोध जताया. इसके बाद नो इंट्री खंत्म कर वाहनों का परिचालन बहाल किया गया था.
प्रशासन है सख्त, जाम का दे रहा हवाला : नो इंट्री के मसले पर जिला प्रशासन एवं ट्रैफिक पुलिस का नजरिया साफ है.
सदर एसडीएम रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह एवं ट्रैफिक इंस्पेक्टर रविश रंजन का कहना है कि शहर एवं बाजारों में सुलभ यातायात बहाल करने के लिए प्रशासन तत्पर है. जाम को लेकर हर रोज सवाल उठते हैं. आम आदमी की परेशानी और जाम से निपटने के लिए जो भी व्यवस्था लागू की गयी है, वह जारी रहेगा. हालांकि ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने गुलाबबाग मसले पर अगली बैठक में समाधान निकालने की भी बात कही.
नो इंट्री को लेकर हुई बैठक
गुरुवार को नो इंट्री के विरोध में स्थानीय कारोबारियों की बैठक आयोजित की गयी. बताया जाता है कि बैठक में करीब 100 कारोबारियों ने भाग लिया. बैठक में नो इंट्री को लेकर आर्थिक बाजार पर पड़ रहे व्यापक असर तथा बाजार की रौनक व्यावसायिक क्षति पर चिंता के साथ नो इंट्री के विरोध में संगठित होने पर विचार-विमर्श किया गया. कारोबारियों का मानना था कि जहां करोड़ों का व्यापार होता है, वहीं जाम की समस्या भी होती है. बैठक अधिवक्ता सह व्यवसायी विजय मांझी के नेतृत्व में हुई. जिसमें कन्हैया चौधरी, आशुतोष, सुनील, विजय साह सहित कई लोग मौजूद थे.
एसडीएम से मिला शिष्टमंडल : नो इंट्री की समस्या को लेकर व्यवसायी महासंघ का एक शिष्टमंडल शुक्रवार को सदर अनुमंडल पदाधिकारी रवींद्र नाथ प्रसाद सिंह एवं इंस्पेक्टर रामेश्वर प्रसाद से मिल कर अपनी समस्या रखा. शिष्टमंडल में शामिल महासंघ अध्यक्ष बबलू चौधरी, रूपेश डुंगरवाल व वीरेंद्र जैन ने संयुक्त रूप से बताया कि नो इंट्री से हो रही कारोबारी क्षति को देखते हुए जिला प्रशासन ने छूट देने का आश्वासन दिया है.
बताया कि व्यापारिक सुविधा हेतु प्रशासन ने वैसे कारोबारियों की सूची तैयार करने की बात कही है, जिनके यहां गाड़ियों के आने-जाने पर व्यापार आधारित है. एसडीएम ने एक सप्ताह के अंदर जिला प्रशासन के साथ कारोबारियों की संयुक्त बैठक कर मसले का हल निकालने की बात कही.
रोष में हैं कारोबारी, उजड़ जायेगा बाजार
कारोबारी क्षति को लेकर कारोबारियों में रोष व्याप्त है. बैठकों का दौर जारी है. नो इंट्री के कारण मालवाहक वाहनों पर रोक के कारण व्यापारियों के नहीं आने व उनके दूसरे बाजार के तरफ रूख करने से दर्शकों को पुराने आर्थिक बाजार के उजड़ने, व्यावसायिक खतरा को देख स्थानीय कारोबारियों में नाराजगी अब संगठित विरोध के रूप में दिखने लगी है. हालात बदलने लगे हैं. स्थिति यह है कि शीघ्र ही कोई रास्ता नहीं निकला तो विरोध के स्वर भी गूंजने लगेंगे.
हुई थी बैठक, प्रशासन ने दिया था समय
गुलाबबाग में नो इंट्री खत्म करने को लेकर बीते एक पखवाड़ा पहले कृषि मंडी गुलाबबाग के प्रशासनिक भवन में व्यवसायी महासंघ, सदर एसडीएम, एसडीपीओ तथा ट्रैफिक इंस्पेक्टर की एक बैठक आयोजित की गयी थी.
इस बैठक में महासंघ अध्यक्ष बबलू चौधरी, व्यवसायी विजय साह सहित दर्जनों व्यवसायियों ने नो इंट्री हटाने को लेकर अपनी बातें रखी थी. जिसके बाद अधिकारियों ने सरस्वती पूजा के बाद इसका समाधान निकालने की बात कही थी.
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