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जन भागीदारी से ही संभव है पर्यावरण संरक्षण : डीआइजी

जन भागीदारी से ही संभव है पर्यावरण संरक्षण : डीआइजी विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शनिवार को आयोजित प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागी किये गये सम्मानितडॉन बॉस्को स्कूल में सोमवार को आयोजित हुआ समारोह, स्कूली बच्चों ने की सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतिडीआइजी आरएन सिंह ने कहा, हर पल हमारा पर्यावरण के साथ संबंध, सुरक्षा की […]

जन भागीदारी से ही संभव है पर्यावरण संरक्षण : डीआइजी विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर शनिवार को आयोजित प्रतियोगिता में सफल प्रतिभागी किये गये सम्मानितडॉन बॉस्को स्कूल में सोमवार को आयोजित हुआ समारोह, स्कूली बच्चों ने की सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतिडीआइजी आरएन सिंह ने कहा, हर पल हमारा पर्यावरण के साथ संबंध, सुरक्षा की जिम्मेवारी भी हमारीप्रतिनिधि, पूर्णिया राष्ट्रीय ग्रीन कोर कार्यक्रम के तहत पर्यावरण संरक्षण जागरूकता अभियान में शनिवार को विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर निबंध व साइकिल दौड़ प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया.सोमवार को डॉन बॉस्को स्कूल परिसर में आयोजित समारोह का शुभारंभ डीआइजी राम नारायण सिंह व डीएफओ वीर बहादुर सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया. स्वागत भाषण डॉन बॉस्को के प्राचार्य फादर सुमुन कुजुर ने दिया. उन्होंने कहा कि प्रकृति से हमारा बेहद करीब का नाता है और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने पर पर्यावरण हमें नुकसान पहुंचायेगा. पर्यावरण की सुरक्षा से ही हम सुरक्षित रह सकते हैं.राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के वक्तव्यों को दोहराते हुए उन्होंने कहा कि बेहतर इनसान वही है जो सभी प्राणियों से प्यार करना जानता है. इस मौके पर डीआइजी श्री सिंह ने कहा कि पर्यावरण से सभी जीव करीब से जुड़े हुए हैं और इसकी सुरक्षा हमारा दायित्व है.कहा कि यह हमारी लापरवाही का ही नतीजा है कि आज पर्यावरण सुरक्षा की समस्या गंभीर होती जा रही है. बीते 10-15 वर्षों में समस्या इतनी विकट हो चुकी है कि राष्ट्राध्यक्षों की बैठक में भी पर्यावरण सुरक्षा का मुद्दा अहम होती है.इस पर चर्चा होती है और अब तो विद्यालयों में भी पर्यावरण संरक्षण की पढ़ाई होती है.कहा कि आपदाओं के पीछे का सबसे बड़ा कारण प्रकृति से छेड़छाड़ है.मौसम परिवर्तन का चक्र प्रभावित हो रहा है.बारिश के मौसम में सुखा तथा बेमौसम बरसात आम बात हो गयी है.कहा कि इन समस्याओं का केवल एक ही निदान है कि पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोग जागरूक हो और आवश्यक कदम उठाये जायें.पर्यावरण संरक्षण में जन भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है, इसके बिना पर्यावरण संरक्षण की परिकल्पना नहीं की जा सकती है.वही डीएफओ श्री सिंह ने बताया कि देश के पांच सबसे प्रदुषित शहरों में बिहार का दो शहर शामिल है.इसमें मुजफ्फरपुर दूसरे तथा पटना चौथे स्थान पर है.कहा कि पर्यावरण संरक्षण में युवा वर्ग की भूमिका अहम है.यही कारण है कि पर्यावरण दिवस के मौके पर कक्षा 09 से 12 तक के बच्चों के बीच निबंध व साइकिल दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गयी.बताया कि इसमें सभी वैसे विद्यालय जहां इको फर्म गठित है, से अधिकतम दो प्रतिभागियों को शामिल किया गया.कहा कि निबंध में प्रतिभागियों द्वारा पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई सुझाव दिये गये हैं, इनका उपयोग किया जायेगा.सम्मानित किये गये सफल प्रतिभागीपर्यावरण दिवस के मौके पर आयोजित प्रतियोगिता के दोनों विधाओं में सफल तीन प्रतिभागियों को डीआइजी व डीएफओ ने सम्मानित किया. कविता प्रतियोगिता में मां काली उच्च विद्यालय मधुबनी के छात्र बीकोठी निवासी प्रशांत कुमार झा ने प्रथम स्थान प्राप्त किया. उसे 02 हजार रुपये नगद ट्रॉफी व प्रमाणपत्र प्रदान किया गया. वही राजकीय कन्या उच्च विद्यालय पूर्णिया की छात्रा रजनी चौक निवासी जेसिका ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया, उसे 1500 रुपये नगद, ट्रॉफी व प्रमाणपत्र प्रदान किया गया.जबकि तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले राजा पृथ्वी चंद्र उच्च विद्यालय पूर्णिया के छात्र सिटी निवासी निकेत कुमार को 1000 रुपये नगद, ट्रॉफी व प्रमाणपत्र प्रदान किया गया. प्रतिभागियों के कॉपियों की जांच शिक्षिका सुनीता वर्मा, संगीता रंजन व महिमा कुमारी द्वारा की गयी. सभी शिक्षिकाओं को प्रति कॉपी अधिकतम 50 अंक प्रदान करने की छूट दी गयी थी. साइकिल दौड़ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले उच्च विद्यालय कसबा के छात्र मो रकीब को 5000 रुपये मूल्य की साइकिल, ट्रॉफी व प्रमाणपत्र प्रदान किया गया. वहीं द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले माधव सार्वजनिक उच्च विद्यालय कुंवारी धमदाहा के छात्र राजू कुमार को 4500 रुपये तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले उत्क्रमित मध्य विद्यालय परोरा केनगर के छात्र मुकेश कुमार को 3500 रुपये मूल्य का साइकिल, ट्रॉफी व प्रमाणपत्र प्रदान किया गया. सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति पुरस्कार वितरण समारोह के दौरान डॉन बॉस्को स्कूल के नन्हें-मुन्ने बच्चों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति की गयी. छोटी-छोटी बच्चियों ने ट्विंकल-ट्विंकल लिटिल स्टार कविता के माध्यम से प्रदूषण के विरुद्ध अभियान चलाने का संदेश दिया. इसके उपरांत छात्राओं द्वारा नेपाली गीत पर समूह नृत्य की प्रस्तुति की गयी. छात्राओं की प्रस्तुति ने दर्शकों की खूब तालियां बटोरी. वहीं छात्र विप्राज द्वारा गिटार वादन के साथ प्रस्तुत गीत ‘ ऐ जिंदगी तू ही बता, खोया है जो पाऊं कहां ‘ की भी जम कर सराहना हुई. सहयोगियों को दिया गया मोमेंटो विश्व पर्यावरण दिवस के सफल आयोजन में सहयोग के लिए वन प्रमंडल द्वारा उपस्थित अधिकारी सहित राजकीय कन्या उच्च विद्यालय के प्राचार्य अशोक कुमार तथा मां काली उच्च विद्यालय मधुबनी की प्राचार्य कुमारी बाबली को मोमेंटो प्रदान किया गया. साथ ही मौके पर हरियाली मिशन के तहत सबसे अधिक राशि प्राप्त करने वाले किसान वीरेंद्र कुमार को डीआइजी आरएन सिंह द्वारा 01 लाख 18 हजार 720 रुपये का चेक प्रदान किया गया. उन्हें उनकी पत्नी के नाम का 01 लाख 14 हजार 480 रुपये का चेक भी प्रदान किया गया. मौके पर वनों के क्षेत्र पदाधिकारी पीके सिंह, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कसबा के प्राचार्य डाॅ कृष्णानंद ठाकुर, वनपाल यूएन दूबे, चंद्र कुमार झा आदि मौजूद थे. फोटो:- 07 पूर्णिया 13 से 16परिचय:- 13- कविता प्रस्तुत करती छात्राएं.14- नेपाली गीत पर समूह नृत्य की हुई प्रस्तुति. 15- सफल प्रतिभागियों के साथ अधिकारी. 16- उपस्थित दर्शक.

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