21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

खाद के प्रयोग से पूर्व करायें खेतों की मट्टिी जांच

खाद के प्रयोग से पूर्व करायें खेतों की मिट्टी जांच प्रतिनिधि, बायसी प्रखंड कार्यालय परिसर में सोमवार को रबी महोत्सव सह प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ मुन्ना प्रसाद सिंह ने किया. कृषि वैज्ञानिक डाॅ सीमा कुमारी व एके चंद्रावार ने किसानों को खेती की आधुनिक तकनीक से अवगत कराया. कहा कि आज किसान […]

खाद के प्रयोग से पूर्व करायें खेतों की मिट्टी जांच प्रतिनिधि, बायसी प्रखंड कार्यालय परिसर में सोमवार को रबी महोत्सव सह प्रशिक्षण शिविर आयोजित हुआ. कार्यक्रम का शुभारंभ मुन्ना प्रसाद सिंह ने किया. कृषि वैज्ञानिक डाॅ सीमा कुमारी व एके चंद्रावार ने किसानों को खेती की आधुनिक तकनीक से अवगत कराया. कहा कि आज किसान रबी फसल बोते हैं और उसमें ज्यादातर किसान खाद के रूप में पोटाश, यूरिया और डीएपी ही प्रयोग करते हैं, जबकि किसानों को फसल बोने से पहले उसकी मिट्टी की जांच करानी चाहिए. जांच में जिस तत्व की कमी है, उसी तत्व की पूर्ति के लिए खाद देना चाहिए. इन तीन खादों के अलावा भी जिंक, अमोनियम जैसे कई खाद हैं, जिनका प्रयोग हो सकता है.उन्होंने वर्मी कंपोस्ट के बारे में भी जानकारी दी.कहा कि गोबर से तैयार यह खाद सस्ता और सुलभ है. कृषि वैज्ञानिकों ने यूरिया के स्थान पर खेतों में ढैंचा लगाने की सलाह दी.बताया कि इसे 40 से 45 दिनों में काट कर खेतों में मिला दिया जाता है, जो यूरिया का काम करता है.फसलों को कीड़ों से बचाने को लेकर भी आवश्यक जानकारी दी गयी.साथ ही मक्का के विभिन्न प्रकार से किसानों को अवगत कराया गया.मौके पर बीटीएम राजेश रंजन, एटीएम मनीष कुमार, लेखापाल नीरज कुमार, कृषि समन्वयक उद्धव कुमार, अवधेश कुमार, मुकेश रंजन, रमेश चंद्र, कृषि सलाहकार नवीन कुमार, राहुल कुमार, अब्दुल बहाव आदि मौजूद थे. फोटो: 23 पूर्णिया 12परिचय: प्रशिक्षण शिविर में मौजूद कृषि वैज्ञानिक एवं अन्य. बीकोठी प्रतिनिधि अनुसार, प्रखंड कार्यालय परिसर परिसर में सोमवार को आयोजित रबी महोत्सव सह प्रशिक्षण शिविर का शुभारंभ पौधा संरक्षण सहायक निदेशक सतीश कुमार व बीडीओ राजीव कुमार ने किया.मौके पर बीडीओ श्री कुमार ने खेती के वैज्ञानिक तरीकों को अपनाने की अपील की.कहा कि श्रीविधि एवं जीरो टीलेज से गेहूं की खेती में कम खर्च पर अधिक उत्पादन होता है, जो किसानों के लिए लाभकारी है.उन्होंने किसानों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी. सहायक निदेशक श्री कुमार ने किसानों को खेतों की मिट्टी जांच के बाद ही आवश्यक खाद के प्रयोग की सलाह दी.उन्होंने पौधों को कीट के प्रकोप से बचाने तथा तैयार फसल के भंडारण की जानकारी दी. जलालगढ़ कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अश्विनी कुमार चंद्रवाल ने किसानों को वर्तमान मौसम में विभिन्न फसलों में होने वाले रोग एवं उसके निदान की जानकारी दी.उन्होंने गेहूं, मक्का, राई, सरसों, मसूर, सूर्यमुखी आदि के आधुनिक खेती की जानकारी दी.डा अभिषेक प्रसाद सिंह ने जीरो टीलेज से गेहूं की खेती की जानकारी दी.मौके पर प्रखंड बीस सूत्री अध्यक्ष तारानंद सिंह, सीओ निशांत कुमार, कृषि समन्वयक बीके सिंह, प्रभात कुमार, ब्रजेश कुमार, युगल किशोर जायसवाल, धनंजय कुमार सिंह, नवीन कुमार, श्रीकांत कुमार आदि मौजूद थे.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें