पूर्णिया : जिले में रोजाना 18 लाख 52 हजार 844 लोग खुले में शौच जाते हैं. रोजाना औसतन पांच टन मल पूर्णिया के वातावरण को प्रदूषित कर रहा है. मल पर बैठने वाली मक्खियों की वजह से भोज्य पदार्थ,पानी एवं वातावरण को प्रदूषित हो रहे हैं.
इस वजह से इस इलाके में डायरिया, दस्त समेत अन्य बीमारियां आम हैं. लिहाजा ऐसे रोगों में लोगों का लगभग पांच अरब रुपये सालाना खर्च इलाज में होता है. ऐसा हम नहीं, बल्कि एमआइएस के आंकड़े बता रहे हैं. महज एक अदद शौचालय बना लेने से रोग एवं आर्थिक क्षति से बचा जा सकता है.