पूर्णिया : मुख्यालय के केपी मार्केट से सोमवार को नशे में धुत चार अपराधियों ने एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी को अगवा कर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को बसंत विहार स्थित बंगाली टोला में एक खेत में फेंक कर हत्यारे फरार हो गये. स्थानीय लोगों ने हत्यारों का पीछा कर चार में से […]
पूर्णिया : मुख्यालय के केपी मार्केट से सोमवार को नशे में धुत चार अपराधियों ने एक ट्रांसपोर्ट व्यवसायी को अगवा कर उसकी हत्या कर दी. हत्या के बाद शव को बसंत विहार स्थित बंगाली टोला में एक खेत में फेंक कर हत्यारे फरार हो गये. स्थानीय लोगों ने हत्यारों का पीछा कर चार में से दो को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया. जबकि दो अपराधी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर बताया जाता है. शव को भी स्थानीय लोगों ने ही बरामद किया. इस मामले में पुलिस की भूमिका काफी निराशाजनक रही.
इससे लोग आक्रोशित हो उठे और पुलिस प्रशासन के विरोध में नारे भी लगाये. काफी मशक्कत के बाद शव को घटनास्थल से हटाया गया. लेकिन इसके बाद लोगों ने कई स्थानों पर सड़क जाम कर आवागमन को बाधित किया. प्रदर्शन के दौरान आगजनी भी की गयी. मृतक सुभाष नगर निवासी पवन चौधरी का पुत्र पुनीत कुमार (32) बताया जाता है.
पूर्णिया : दिनदहाड़े अगवा..
शाम लगभग आठ बजे पुलिस अधीक्षक निशांत कुमार तिवारी के आश्वासन पर जाम समाप्त किया गया.
शिक्षिकाओं के साथ किया र्दुव्यवहार : घटना दोपहर करीब दो बजे की बतायी जाती है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नशे में धुत चार युवक केपी मार्केट के पास अपनी कार खड़ी कर सड़क पर आने-जाने वाले सभी लोगों से मारपीट कर रहे थे. इनकी पिटाई से कई लोग घायल हो गये. इन लोगों ने कई स्कूल वाहनों को भी रोका. इस दौरान पहले मिल्की स्थित सेमरॉल स्कूल और फिर ब्राइट कैरियर का वैन रोक कर शिक्षिकाओं के साथ भी र्दुव्यवहार किया.
दबंगई से परेशान थे मुहल्ले के लोग : स्थानीय लोगों की मानें तो घटना में शामिल युवक अक्सर आने-जाने वालों के साथ र्दुव्यवहार करते थे. वहीं मुहल्ले के लोगों से भी युवकों का बेहतर संबंध नहीं था. कई बार लोगों के घरों में घुस कर भी महिलाओं के साथ र्दुव्यवहार किया गया था. अपराध करते वक्त युवक अपने साथ पिस्टल रखते थे. जिसका भय दिखा कर लोगों को चुप करा दिया जाता था.