* बीमा भारती ने लगाया विधायक लेसी सिंह पर हत्या में शामिल होने का आरोप
पूर्णिया : संतोष प्रकरण को पुलिस ने एक दिन पूर्व सुलझा लेने का दावा किया, लेकिन मंगलवार को विधायक बीमा भारती के बयान से एक बार फिर राजनीतिक तापमान गरम होने की संभावना है.
एक तरफ बीमा भारती ने पुलिस के बयान को सही मानने से इनकार कर दिया, वहीं दूसरी ओर धमदाहा विधायक लेसी सिंह को भी इस मामले में घसीट लिया है. इधर, इस आरोप पर लेसी ने कहा कि लगातार पति-पत्नी की आपसी खींचतान से विधायक मानसिक रूप से परेशान हैं. वह टूट चुकी हैं.
हालांकि बीमा के बयान से चर्चाओं का बाजार गरम है. संतोष के बड़े भाई राजेश मंडल ने कहा कि विधायक बीमा भारती अनर्गल बयान दे रही हैं. इस मामले से विधायक लेशी सिंह का कोई वास्ता नहीं है. संतोष की हत्या हुई है अथवा नहीं इसका ठोस साक्ष्य नहीं मिला है.
* राजनीतिक गलियारे में चर्चा गरम
बीमा भारती का कहना है कि संतोष मामले में गिरफ्तार आरोपी अवधेश मंडल से लेसी सिंह की मिलीभगत है. अवधेश से लेसी सिंह और उसके समर्थक उस समय मिले थे जिस समय जदयू का प्रखंड अध्यक्ष का चुनाव था. बीमा के इस बयान से न सिर्फ रुपौली में बल्कि राजनीतिक गलियारे में भी चर्चा गरम हो गयी है.
बीमा भारती अभी पटना में हैं. उन्होंने कहा वे मुख्यमंत्री से मिलने आयी हैं. वे मुख्यमंत्री को सारी बातों से अवगत करायेंगी. अगर पटना में बात नहीं बनती है, तो रूपौली आकर आंदोलन के साथ घरना-प्रदर्शन एवं अनशन शुरू करेंगी. उन्होंने कहा कि रूपौली की जनता उनके साथ है.
* मानसिक रूप से परेशान हैं बीमा भारती : लेसी
* अनर्गल बयान दे रही हैं बीमा भारती : राजेश मंडल
– जल्द सामने आ जायेगी सच्चाई : लेसी सिंह
संतोष प्रकरण पर विधायक बीमा भारती के आरोप को खारिज करते हुए विधायक लेसी सिंह ने कहा कि लगातार पति-पत्नी की आपसी खींचतान से विधायक बीमा भारती मानसिक रूप से परेशान हैं. वह टूट चुकी हैं. मेरी सहानुभूति उनके साथ है.
इस परिस्थिति में बीमा के बयान को वे गंभीरता से नहीं लेंगी. उन्होंने कहा कि जहां तक संतोष प्रकरण का सवाल है, उसमें मुख्यमंत्री के पूर्णिया कार्यक्रम की तैयारी की व्यस्तता के बावजूद वह घटना के दिन से ही उनके परिजन तथा पुलिस पदाधिकारी के संपर्क में थी. 27 अप्रैल को व्यक्तिगत पहल कर अपने निवास पर उन्होंने मुख्यमंत्री से संतोष के परिजन को मिलाया और शीघ्र न्याय की मांग की. इसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा डीआइजी बच्चू सिंह मीणा को मामले को गंभीरता लेते हुए उसके निष्पादन का निर्देश दिया गया.