रुपौली : कोसी नदी से रुपौली प्रखंड के दक्षिण क्षेत्र प्रतिवर्ष जलमग्न होना नियति बन गयी है. प्रतिवर्ष इस क्षेत्र के आधा दर्जन पंचायत के किसानों को फसल की क्षति होती है व मवेशी पालकों को मवेशी के लिए चारा संकट उत्पन्न होने के कारण पलायन करना पड़ता है. साथ ही उनके पशु कई संक्रमित रोगों से भी ग्रसित हो जाते हैं.
क्षेत्र के किसानों व मवेशी पालकों को प्रतिवर्ष होनेवाली क्षति से आर्थिक तंगी व बदहाली का दंश ङोलना मजबूरी हो गया है. फिलवक्त किसानों के लहलहाते धान व मकई की फसल बाढ़ से बरबाद हो गयी है. वहीं मवेशी पालकों को गाय, भैंस, बकरी के लिए कई माह तक सूखे क्षेत्र में प्रवासी जीवन बिताना मजबूरी हो गयी है, जिससे पशुपालक जीते जी मरने की बात बताते हैं.