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64 करोड़ की राशि से बननेवाले फ्रोजेन सीमेन स्टेशन में तैयार होंगे 50 लाख सीमेन यूनिट
पूर्णिया : शहर से सटे मरंगा बकरी पालन प्रशिक्षण-सह-प्रजनन केंद्र के विशाल भूभाग पर नेशनल डेयरी डेवलेपमेंट बोर्ड का सीमेन स्टेशन बिहार में पटना के बाद राज्य का दूसरा सीमेन स्टेशन होगा. इस स्टेशन के शिलान्यास के बाद पशुपालकों में खुशी है. यह स्टेशन चालू वर्ष के अंत तक बनकर तैयार हो जायेगा और इसमें […]
पूर्णिया : शहर से सटे मरंगा बकरी पालन प्रशिक्षण-सह-प्रजनन केंद्र के विशाल भूभाग पर नेशनल डेयरी डेवलेपमेंट बोर्ड का सीमेन स्टेशन बिहार में पटना के बाद राज्य का दूसरा सीमेन स्टेशन होगा. इस स्टेशन के शिलान्यास के बाद पशुपालकों में खुशी है. यह स्टेशन चालू वर्ष के अंत तक बनकर तैयार हो जायेगा और इसमें लगभग 200 अच्छे नस्ल के सांढ़ पाले जायेंगे. स्टेशन में प्रत्येक वर्ष कम से कम 50 लाख सीमेन यूनिट तैयार किया जायेगा. यहां से तैयार सीमेन को न सिर्फ किसानों एवं पशुपालकों के बीच वितरण किया जायेगा, बल्कि उच्चतम तकनीक से इसका ट्यूबिंग भी होगा.
पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव डा एन विजयलक्ष्मी ने कहा कि इस स्टेशन के निर्माण में करीब 64 करोड़ रुपये की लागत आयेगी. जो केंद्र एवं राज्य सरकार के सहयोग से नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की तरफ से बनवाया जा रहा है. यहां के सीमेन स्टेशन में प्रोसेसिंग प्लांट कुछ खास होगा. यहां लैब प्लांट, स्ट्रा फिलिंग प्लांट और टेस्टिंग प्लांट भी होगा. बताया गया कि यहां गुजराती एवं आंध्र प्रदेश नस्ल की विशेष सांड़ होगी. विभाग शुरुआती दौर में सीमेन स्टेशन चालू हो जाने के बाद ऐसी तकनीक भी अपनाने की योजना बना रहा है जिसमें सीमेन की विशेष क्वालिटी होगी और उससे मादा नस्ल की बाछी ही पैदा होगी. यहां तैयार सीमेन को उच्च तकनीक का उपयोग कर संरक्षित रखा जायेगा. इस प्रकार अब इलाके के गो पालकों की सुविधा बढ़ जायेगी. पिछले दिनों इसके लिए परियोजना के क्रियान्वयन एवं शिलान्यास को लेकर पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के सचिव डा एन विजयलक्ष्मी ने बैठक कर अधिकारियों को संबोधित किया था. एनडीडीबी के पदाधिकारी ने इस परियोजना के बारे में विस्तार से जानकारी दी थी.
ज्ञात हो कि पूर्णिया जिले में दो सौ से अधिक सरकारी डेयरी फार्मिंग युनिट चल रहे हैं. इससे इतर 90 फीसदी किसान अपने पूरक व्यवसाय के रूप में पशुपालन करते हैं. उनके देशी नस्ल के पशुओं के लिए कहीं कोई सीमेन की मुकम्मल व्यवस्था पूर्णिया समेत सीमांचल के इलाके में नहीं है. इस स्टेशन के खुलने से आम पशुपालकों को अपनी गाय की नस्ल सुधारने का मौका मिल जायेगा. इससे इलाके में गायों की नस्ल सुधार की क्रांति हो जायेगी.
पशुपालन के क्षेत्र में पूरे राज्य के लिए वरदान साबित होगा: डा. विजय लक्ष्मी
पूर्णिया. पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की सचिव डा. विजय लक्ष्मी ने कहा है कि पूर्णिया का यह फ्रोजेन सीमेन स्टेशन पशुपालन के क्षेत्र में पूरे राज्य के लिए वरदान साबित होगा. इसमें गायों के नस्ल में सुधार किया जायेगा. देशी गायों के नस्ल के संवर्धन के लिए एक अन्य प्रोजेक्ट की स्वीकृति हुई है और इस पर युद्ध स्तर पर काम चलेगा. उन्होंने कहा कि पूर्णिया के प्रोजेक्ट के लिए 20 महीने का समय दिया गया है पर कोशिश होगी कि इसे एक साल के अंदर तैयार कर लिया जाये. कोशिश यह भी की जाएगी कि कृत्रिम गर्भाधान का लाभ किसानों के घर तक पहुंच जाये. उन्होंने कहा कि बिहार पशुधन में समृद्ध राज्य है. यहां 1 करोड़ 90 लाख घरेलू पशु हैं. मछली के क्षेत्र में भी बिहार आगे बढ़ रहा है. इसमें दस फीसदी वृद्धि हुई है. पशुओं के स्वास्थ्य पर भी विशेष जोर दिया जा रहा है.
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