पूर्णिया : यह पूरी तरह पति पत्नी और वो का मामला था. यह विडंबना ही रही कि अपने परिजनों के विरोध के बावजूद बिजली मिस्त्री छोटू मंडल ने जिस ललिता से प्रेम विवाह रचाया था. वह एक बार फिर प्रेम जाल में फंस कर नये आशिक के साथ मिल अपने पति की राड से पीट-पीट कर हत्या कर डाली.
वहीं आशिकी में प्रेमी कुणाल ने अपनी अच्छी खासी जिंदगी बर्बाद कर ली. नतीजा यह है कि अब दोनों सलाखों के पीछे हैं. पुलिस ने वैज्ञानिक अनुसंधान के बाद ललिता देवी के साथ उसके प्रेमी कुणाल को भी गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि घटना के बाद से ही मृतक की पत्नी ललिता देवी शक के दायरे में थी. लेकिन अनुसंधान के बाद सब कुछ साफ होता नजर आया. गुरुवार को पुलिसिया पूछताछ में ललिता और कुणाल ने हत्या किये जाने की बात स्वीकार कर ली.
एक ही मकान में रहते थे कुणाल और ललिता : मृतक छोटू मंडल पत्नी ललिता देवी के साथ लालबाग के जिस किराये के मकान में रहते थे उसी मकान में कुणाल भी रहा करता था. कुणाल मूलत: कटिहार जिले का रहनेवाला है और बिजली विभाग में कैशियर के पद पर कार्यरत है. जानकार बताते हैं कि ललिता देखने में अच्छी थी तो कुणाल भी स्मार्ट था. राड से पीट कर की गयी छोटू की हत्या : पुलिस की पूछताछ में पहले ललिता और फिर बाद में कुणाल टूटता चला गया. कुणाल ने माना कि ललिता के साथ उसके संबंध इतने प्रगाढ़ हो चुके थे कि वह अब उससे दूर नहीं रह सकता था. यह बात उसने ललिता से बतायी तो ललिता ने भी छोटू को बीच से हटाने के फैसले पर अपनी मुहर लगा दी.