पूर्णिया : चिराग तले अंधेरा, कुछ ऐसी ही स्थिति में गुरुवार को समाहरणालय स्थित समेकित नियंत्रण कक्ष को पाया गया. जब जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा ने समेकित नियंत्रण कक्ष का औचक निरीक्षण किया. कक्ष की स्थिति पूरी तरह अराजक थी और डयूटी पर तैनात तीन कर्मी पूरी तरह आराम के मूड में बैठ कर एक दूसरे से गप लड़ा रहे थे.
बातचीत में खलल ना पड़े लिहाजा उन कर्मियों ने टेलीफोन के रिसीवर को टेलीफोन से हटा कर रख दिया. मकसद साफ था कि जरूरतमंद अगर अपनी समस्या के लिए टेलीफोन भी करे तो वह नंबर व्यस्त बताये और कर्मी तनाव से मुक्त रहे. निरीक्षण के लिए पहुंचे डीएम को अचानक कुछ शक हुआ तो वे टेलीफोन तक पहुंचे और जब उन्होंने पाया कि रिसीवर अलग हटा कर रखा हुआ है तो पहले तो वे आवाक रहे गये और फिर कर्मियों पर अचानक उबल पड़े. उन्होंने तत्काल ही उपस्थित डीडीसी राम शंकर को कार्यरत कर्मियों को निलंबित करने का निर्देश दिया. निलंबन से पहले शोकॉज पूछने का निर्देश दिया गया है.
इसके लिए उन्हें 24 घंटे का समय मुकर्रर किया गया है. शोकॉज के दायरे में आनेवाले कर्मियों में एक लिपिक और दो कार्यपालक सहायक शामिल हैं. डीएम की इस कार्रवाई से समाहरणालय परिसर में हड़कंप मचा हुआ है.