पूर्णिया : मरंगा के बियाडा स्थित नूडल्स फैक्टरी के मजदूरों ने वेतन वृद्धि व समय पर वेतन नहीं देने को लेकर शनिवार को हड़ताल पर चले गये. फैक्टरी में काम करनेवाले मजदूरों ने फैक्टरी प्रबंधन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. इसके बाद सभी मजदूर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा से मामले की शिकायत करने समाहरणालय […]
पूर्णिया : मरंगा के बियाडा स्थित नूडल्स फैक्टरी के मजदूरों ने वेतन वृद्धि व समय पर वेतन नहीं देने को लेकर शनिवार को हड़ताल पर चले गये. फैक्टरी में काम करनेवाले मजदूरों ने फैक्टरी प्रबंधन के खिलाफ जम कर नारेबाजी की. इसके बाद सभी मजदूर जिलाधिकारी प्रदीप कुमार झा से मामले की शिकायत करने समाहरणालय पहुंचे.
जिलाधिकारी श्री झा कार्यालय से बाहर निकल कर मजदूरों से मिले और उनकी शिकायतों को सुन कर हरसंभव कार्रवाई का भरोसा दिलाया. मजदूरों ने जिलाधिकारी को आवेदन भी दिया.
सीजे फूड नूडल्स फैक्टरी के हड़ताली मजदूरों में संतोष कुमार, शंभू कुमार, राजीव कुमार,
नूडल्स फैक्टरी के…
दिलीप कुमार दास, राजीव कुमार, विनय कुमार आदि ने बताया कि फैक्टरी प्रबंधन द्वारा उन्हें प्रतिदिन 210 रुपये मजदूरी के हिसाब से मासिक भुगतान किया जाता है. जबकि वेतन का भुगतान कभी भी महीना पूरा होने के बाद नहीं किया जाता है. फैक्टरी में कुल 350 मजदूर हैं, जिनमें करीब 100 महिलाएं हैं. इनमें 40 ऐसे मजदूर हैं, जिन्हें 8500 रुपये प्रतिमाह समय पर वेतन दिया जाता है. हमलोगों के साथ भेदभाव होता रहा है. कहने पर जवाब मिलता है कि वे सभी ठेकेदार के द्वारा काम पर रखे गये हैं. ठेकेदार से पूछने पर बताया जाता है कि वे सिर्फ फैक्टरी को वर्कर मुहैया कराते हैं.
वेतन की समस्या फैक्टरी प्रबंधन से कहें. हड़ताल करने पर मरंगा थानेदार द्वारा उन लोगों को यह धमकी दी जाती है कि इतने वेतन में काम करना है तो करो, वरना काम छोड़ दो. उन लोगों का वेतन प्रबंधन द्वारा 287 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से वृद्धि किया गया है, लेकिन स्थानीय प्रबंधन इस मामले से पल्ला झाड़ रहे हैं. महिलाओं ने बताया कि रोज अहले सुबह से ही फैक्टरी में काम करने के लिए बाहर पंक्ति में खड़ा होना पड़ता था. थोड़ी देर होने पर काम करने से मना कर दिया जाता है.
इधर फैक्टरी के मैनेजर किशोर साह ने बताया कि हड़ताल कर रहे मजदूरों का आरोप निराधार है. इन्हें 242 रू प्रतिदिन के हिसाब से मासिक वेतन दिया जाता है. इसमें लगभग 30 रुपये पीएफ के लिए कटता है. इसमें पुराने मजदूरों को प्रोन्नति मिली है. उसी को लेकर मजदूरों में कंफ्यूजन है.
वेतन वृद्धि व समय पर वेतन नहीं देने को ले हड़ताल पर गये मजदूर