31.9 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

स्वास्थ्य कर्मी गये हड़ताल पर, भगवान भरोसे मरीज

आंदोलन. पैथोलॉजी व ब्लड बैंक में लटका रहा ताला 13 सूत्री मांगों के समर्थन में सदर अस्पताल के पारा कर्मी गुरुवार से दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर चले गये हैं. इस वजह से सदर अस्पताल के आपातकालीन सेवा छोड़ कर सभी विभाग की व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है. पूर्णिया : बिहार चिकित्सा एवं […]

आंदोलन. पैथोलॉजी व ब्लड बैंक में लटका रहा ताला

13 सूत्री मांगों के समर्थन में सदर अस्पताल के पारा कर्मी गुरुवार से दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर चले गये हैं. इस वजह से सदर अस्पताल के आपातकालीन सेवा छोड़ कर सभी विभाग की व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है.
पूर्णिया : बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के आह्वान पर 13 सूत्री मांगों के समर्थन में सदर अस्पताल के पारा कर्मी गुरुवार से दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर चले गये हैं. इस वजह से सदर अस्पताल के आपातकालीन सेवा छोड़ कर सभी विभाग की व्यवस्था पूरी तरह ठप हो गयी है. इस वजह से सदर अस्पताल में मरीजों और उनके परिजनों के बीच अफरा-तफरी की स्थिति है. मजबूरीवश कई मरीजों ने प्राइवेट क्लिनिक का रूख किया.
वहीं अचानक हड़ताल का सामना कर रहे मरीजों ने विरोध में कुछ देर तक सदर अस्पताल के सामने सड़क जाम भी किया. हड़ताल की वजह से अस्पताल परिसर में दलालों की भी सक्रियता देखी गयी. शुक्रवार को स्थिति और भी खराब होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.
हर वार्ड में मची रही अफरा-तफरी : हड़ताल से प्रसूति विभाग सबसे अधिक प्रभावित नजर आया. नर्स की उपस्थिति नहीं रहने से डिलिवरी के लिए आयी महिलाओं ने प्राइवेट क्लिनिक का सहारा लिया. डगरूआ से डिलिवरी के लिए आयी फातमा खातून के पति मो हसन ने बताया कि फातमा दर्द से छटपटा रही है. वार्ड में एक भी नर्स नहीं है. प्राइवेट क्लिनिक में डिलिवरी के लिए मोटी रकम चाहिए, जो कि उनके पास नहीं है. वहीं एसएनसीयू वार्ड भी हड़ताल की वजह से प्रभावित रहा. कई परिजन अपने बच्चों को लेकर प्राइवेट क्लिनिक चले गये. धमदाहा से आये ललन कुमार सिंह ने बताया कि वार्ड में सुबह से ही नर्स नहीं है. नवजात को सांस लेने में दिक्कत हो रही है. प्राइवेट क्लिनिक ले जाने के अलावा और कोई विकल्प नहीं है. सीएस डा एमएम वसीम, ने कहा कि कर्मियों की हड़ताल पर चले जाने से काफी मुश्किलें बढ़ी है. इमरजेंसी वार्ड को छोड़ कर अन्य सभी वार्ड प्रभावित हुआ है. कुछ हद तक वैकल्पिक व्यवस्था की गयी है.
सदर अस्पताल का ओपीडी और दवा वितरण केंद्र सुबह 08 बजे से 12 बजे तक खुली रहती है. ओपीडी में जांच कराने आये मरीज सुबह से ही लाइन में लग गये थे, जिन्हें हड़ताल की जानकारी नहीं थी. दिन के 10 बजे तक ओपीडी और दवा वितरण केंद्र नहीं खुलने पर मरीज व उनके परिजन आक्रोश में आ गये और सदर अस्पताल के समक्ष मेन रोड पर जम कर हंगामा किया. हंगामे की वजह से लगभग घंटे भर यातायात बाधित रहा. बाद में पुलिस प्रशासन के हस्तक्षेप और समझाने-बुझाने के बाद उग्र लोगों को शांत किया गया.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें