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अब पुरुष कैदियों पर नजर रखेंगी 859 महिला सिपाही
बिहार पहला राज्य, जहां इतनी संख्या में होंगी महिला सिपाही रिंकू झा पटना : मैं भी छू सकती हूं आकाश, मौके की मुझे तलाश, बराबरी का साथ निभायेंगे, हम महिलाएं अब आगे आयेंगे, बस एक मौका तो दो, महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने की दिशा में एक और कदम लेकर महिलाएं नयी जिम्मेवारी की उड़ान […]
बिहार पहला राज्य, जहां इतनी संख्या में होंगी महिला सिपाही
रिंकू झा
पटना : मैं भी छू सकती हूं आकाश, मौके की मुझे तलाश, बराबरी का साथ निभायेंगे, हम महिलाएं अब आगे आयेंगे, बस एक मौका तो दो, महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने की दिशा में एक और कदम लेकर महिलाएं नयी जिम्मेवारी की उड़ान भरेंगी. ये महिलाएं अब वो करेंगी, जिसका मौका अभी तक उन्हें नहीं मिल पा रहा था. घरेलू हिंसा, हत्या, डकैती आदि के आरोपों में जेल में बंद कैदियों पर अब महिला सिपाही नजर रखेंगी. प्रदेश के हर जिले में कैदियों की संख्या के अनुसार महिला जेल सिपाही रखी जायेंगी. बिहार देश का पहला ऐसा राज्य होगाा, जहां जेल में बंद पुरुष कैदियों की सुरक्षा के लिए महिला सिपाही रहेंगी.
ज्ञात हो कि अभी प्रदेश के 58 जेलों में 104 महिला जेल सिपाही है.स्पेशल ट्रेेनिंग दी जायेगी : प्रदेश में कुल 2,190 जेल सिपाही की नियुक्ति की जानी है. इसमें महिला जेल सिपाही की संख्या 859 है. इन महिला जेल सिपाहियों को छह महीने की स्पेशल ट्रेनिंग दी जायेगी. इसके लिए तैयारी शुरू कर दी गयी है. महिला जेल सिपाही का चयन पुलिस भरती आयोग की ओर से की गयी है.
इसके लिए आयोग ने तीन मार्च, 2015 को बहाली निकाली थी. मार्च, 2017 में अभ्यर्थियों का चयन किया गया था. अगले 15 दिनों में सर्टिफिकेट वेरिफिकेशन का काम किया जायेगा. इसके बाद इन्हें ट्रेनिंग के लिए भेजा जायेगा. हर जेल में महिला जेल सिपाही के लिए स्पेशल बैरक बनाये जायेंगे. इसको लेकर भवन निर्माण विभाग को चिट्ठी भेजा गया है. जल्द ही बैरक बनाने का काम शुरू हो जायेगा. इन महिला सिपाहियों की रहने की व्यवस्था भी वहीं की जायेगी.
पुलिस भरती आयोग की ओर से जब 2015 में इसकी रिक्ति निकाली गयी, तो हजारों लड़कियों ने आवेदन किये थे. पहली बार 35 फीसदी आरक्षण भी दी गयी थी. आयाेग सूत्रों की मानें, तो आवेदन में पुरुष से अधिक महिलाओं ने आवेदन दिये थे.
महिला कैदियों के लिए दो जेल हैं प्रदेश में
प्रदेश में 32 मंडल जेल, आठ केंद्रीय जेल और 18 उपकारा है. कुल 58 जेल सूबे में है. इसमें भागलपुर और बक्सर में महिला स्पेशल जेल है. इन दोनों ही जिलाें में केवल महिला कैदी ही रहती है. बाकी 56 जिलों के जेलों में पुरुष कैदियों की संख्या अधिक है. इन जेलों में महिला कैदियों की संख्या पांच से दस हैं. ज्ञात हो कि अभी प्रदेश भर में 33,872 पुरुष कैदियों की संख्या है. वहीं, 1,243 महिला कैदी हैं.
सारे कैदियों पर रखेंगी नजर
उनके खाने-पीने और रूटीन को देखना
कैदियों की सुरक्षा को देखना और उनके लिए योजना बनाना
जेल के वाच टावर पर रहेंगी
हर कैदी पर महिला सिपाही को रखा जायेगा
सुरक्षा के साथ-साथ वाचटावर पर भी ड्यूटी
बिहार के जेलों में काफी कम संख्या में महिला सिपाही है, लेकिन आरक्षण का फायदा अब महिलाओं को मिलेगा. ये महिला सिपाही हर कैदियों पर नजर रखेंगी. उनकी सुरक्षा के साथ-साथ वाच टावर पर भी इन्हें ड्यूटी दी जायेगी. यह प्रदेश के लिए गौरव की बात है.
आनंद किशोर, जेल आइजी
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