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बीएसएससी प्रश्नपत्र लीक मामला : आइएएस सुधीर कुमार, बरार समेत आठ के खिलाफ चार्जशीट
बिहार परचा लीक आयोग. पहले भांजा, फिर पूर्व अध्यक्ष व अन्य हुए थे गिरफ्तार 24 फरवरी को सुधीर कुमार समेत छह लोगों को एसआइटी ने पकड़ा पटना : बीएसएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार समेत आठ लोगों के खिलाफ बुधवार को एसआइटी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी. अध्यक्ष सुधीर कुमार […]
बिहार परचा लीक आयोग. पहले भांजा, फिर पूर्व अध्यक्ष व अन्य हुए थे गिरफ्तार
24 फरवरी को सुधीर कुमार समेत छह लोगों को एसआइटी ने पकड़ा
पटना : बीएसएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार समेत आठ लोगों के खिलाफ बुधवार को एसआइटी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी. अध्यक्ष सुधीर कुमार और अन्य को 24 फरवरी को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था और उनके 90 दिन की हिरासत अवधि बुधवार को समाप्त हो रही थी, इसलिए चार्जशीट दाखिल कर दी गयी.
इसके पूर्व उन्हें मंगलवार को निगरानी कोर्ट में पेश किया गया था, जहां से उन्हें फिर से छह जून तक के लिए जेल भेज दिया गया था. सुधीर कुमार के साथ ही उनके भाई और पटना विवि के प्रोफेसर अवधेश कुमार, उनकी पत्नी मंजू देवी, भांजा आशीष कुमार, अनंत प्रीत बरार, मंजू देवी की बहन का बेटा अरुण, आइटी मैनेजर निति रंजन प्रताप सिंह और सेटर सज्जाद के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गयी है. इसके पूर्व सोमवार को एसआइटी ने कांफिशेक प्रिटिंग प्रेस मालिक विनीत अग्रवाल और मैनेजर अजय कुमार के खिलाफ चार्जशीट दायर की थी.
बीएसएससी प्रश्नपत्र लीक मामले में सबसे पहले एसआइटी ने बीएसएसपी के पूर्व सचिव परमेश्वर राम को गिरफ्तार किया था. इसके बाद जांच आगे बढ़ी और फिर एसआइटी ने प्रश्नपत्र लीक में 24 फरवरी को बीएसएससी के पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार के साथ ही उनके भाई अवधेश कुमार, अवधेश कुमार की पत्नी मंजू देवी, भांजा आशीष कुमार, बीएसएससी के आइटी मैनेजर निति रंजन प्रताप सिंह व सेटर सज्जाद अहमद को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
पुलिस ने जब इस मामले में सुधीर कुमार के भांजे आशीष की संलिप्तता पाते हुए उसे गिरफ्तार किया था, तो उसने ही पुलिस के समक्ष स्वीकार कर लिया था कि उसे प्रश्नपत्र हजारीबाग में स्थित उसके मामा प्रो अवधेश प्रसाद ने दिया था.
इसके बाद ही सारा मामला खुल गया और फिर प्रो अवधेश प्रसाद, उनकी पत्नी मंजू देवी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. मंजू देवी भी परीक्षार्थी थी और इसके साथ ही उनकी बहन का बेटा अरुण भी परीक्षार्थी था, जिसे भी प्रश्नपत्र दिये गये थे. आशीष को पकड़ने से पूर्व पुलिस ने बेऊर के रैंडम कोचिंग क्लासेज के रामेश्वर और एवीएन स्कूल के संचालक रामाशीष सिंह को गिरफ्तार किया था. रामेश्वर के माध्यम से ही पुलिस आशीष तक पहुंची थी. इनकी गिरफ्तारी के बाद यह तय हो चुकी थी कि इसमें सुधीर की भी संलिप्तता है.
सुधीर कुमार पर प्रश्नपत्र लीक करने का आरोप
बीएसएससी के अध्यक्ष होने के नाते सुधीर कुमार ही इस बात को जानते थे कि उन्होंने किस प्रिंटिंग प्रेस से प्रश्नपत्र छपवाया था और इवेल्यूएटर कौन है. इसके बाद जांच में यह बात भी एसआइटी के सामने आयी कि प्रिंटिंग प्रेस संचालक विनित अग्रवाल की बात इवेल्यूएटर अनंतप्रीत बरार से और बीएसएससी अध्यक्ष सुधीर कुमार से होती थी.
इसके अलावा अनंत प्रीत बरार की बात बीएसएससी के आइटी मैनेजर निति रंजन प्रताप सिंह व पूर्व सचिव परमेश्वर राम के दलाल आनंद शर्मा से होती थी. यह बात जब सामने आ गयी, तो यह स्पष्ट था कि प्रश्नपत्र इन्हीं लोगों के माध्यम से लीक हुआ और फिर उसके आंसर बनवाये गये. सुधीर कुमार के हजारीबाग स्थित आवास से भांजा आशीष को प्रश्नपत्र मिला और फिर उसने भी पैसे कमाने के लिए रैंडम कोचिंग क्लासेज के संचालक रामेश्वर को दे दिया और रामेश्वर ने भी उसे कई उम्मीदवारों काे दिया. प्रश्नपत्र व आंसर सोशल मीडिया में वायरल हो गये.
पांच फरवरी को होनेवाली परीक्षा के आंसर 29 जनवरी को ही वायरल हो गये थे. भांजा आशीष ने भी यह बात स्वीकार की थी कि उसे मामा के घर से 21 जनवरी को प्रश्नपत्र मिला था. तमाम साक्ष्य के बाद एसआइटी इस निष्कर्ष तक पहुंची थी कि सुधीर कुमार ने अपने परिजनों को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से प्रश्नपत्र दिया था.
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