राधा उर्फ पिंकी की संलिप्तता की जानकारी एसआइटी को हो गयी थी और उसे पकड़ने के लिए छापेमारी भी की थी. उसके खिलाफ कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट भी पुलिस को मिल गया था. लेकिन, यह अपने भाई रामेश्वर के पकड़े जाने के बाद अपने चचेरे भाई अभय कुमार सिन्हा के रांची स्थित आवास पर चली गयी. अभय सिन्हा का रातू रोड में किराने की दुकान है. उसके परिवार के अन्य सदस्य भी बीएसएससी घोटाले के बाद इधर-उधर रहने लगे. सूत्रों के अनुसार राधा उर्फ पिंकी व अन्य बहनों से रामेश्वर ने पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार के भांजा से प्राप्त प्रश्नों के आंसर को छोटे-छोटे शब्दों में लिखवाया था.
पुलिस ने उसे पकड़ने के बाद जब उसके हैंडराइटिंग की जांच की, तो इस बात की पुष्टि हो गयी कि उक्त आंसर उसने ही अपने हाथों से लिखे थे. विदित हो कि पूर्व में ही यह जानकारी पुलिस को मिल चुकी है कि रामेश्वर के पास प्रश्नपत्र कई माध्यमों से मिल चुके थे. बीएसएससी के पूर्व अध्यक्ष सुधीर कुमार के भांजे आशीष के माध्यम से उसे प्रश्नपत्र परीक्षा के पूर्व ही मिल चुका था. जिसकी वह बिक्री करने में लगा था. आशीष ने उसे प्रश्नों के आंसर भी दिये थे. साथ ही उन लोगों का दलाल कौशल भी प्रश्नपत्र की बिक्री कर रहा था. जिसका नतीजा था कि उक्त प्रश्नपत्र व आंसर इतने लोगों के पास गये कि वह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. इसके अलावा राजीव नगर के एवीएन स्कूल से जो प्रश्नपत्र शिक्षक अटल ने निकाला था, उसने भी रामेश्वर को प्रश्नपत्र दिया था.
इस दौरान दोनों ही प्रश्नपत्र मिल गये थे और रामेश्वर खुद भी परीक्षार्थी था. प्रश्नपत्र और आंसर मिलने के बाद उसने पिंकी से ही उसके आंसर को छोटे शब्दों में लिखवाया, ताकि वह एक पन्ने में ही सिमट जाये. एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि रामेश्वर की बहन को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसने ही आशीष की ओर से मिले आंसर को अपने हैंडराइटिंग से पन्नों पर लिखा था और उक्त पन्ना ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.