Advertisement
ट्रेनिंग कॉलेजों का अब क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया करेगा मूल्यांकन
पटना : राज्य के ट्रेनिंग कॉलेजों का अब नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रिडियेशन काउंसिल (नैक) मूल्यांकन नहीं करेगा. ट्रेनिंग कॉलेजों के मूल्यांकन का जिम्मा क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया को दिया गया है. इस साल से ट्रेनिंग कॉलेजों का मूल्यांकन इसके जरिये ही शुरू हो सकेगा. क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया और उसके अधिनस्थ काम करने वाली नेशनल […]
पटना : राज्य के ट्रेनिंग कॉलेजों का अब नेशनल एसेसमेंट एंड एक्रिडियेशन काउंसिल (नैक) मूल्यांकन नहीं करेगा. ट्रेनिंग कॉलेजों के मूल्यांकन का जिम्मा क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया को दिया गया है. इस साल से ट्रेनिंग कॉलेजों का मूल्यांकन इसके जरिये ही शुरू हो सकेगा.
क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया और उसके अधिनस्थ काम करने वाली नेशनल एक्रिडिएशन बोर्ड ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग (एनएबीइटी) इसमें मदद करेगी. ये ही ट्रेनिंग कॉलेजों में अपनी टीम को भेजेगी और उसका मूल्यांकन करायेगी. नेशनल काउंसिल ऑफ टीचर एजुकेशन (एनसीटीइ) ने यह बदलाव किये हैं, जो 2017 से ही लागू हो जायेगा. इसके अलावा एनसीटीइ देशभर में कार्यरत चार क्षेत्रीय कार्यालयों (रिजनल सेंटर) को भी नयी दिल्ली शिफ्ट करने जा रहा है.
एनसीटीइ का पूर्वी क्षेत्रीय कार्यालय भुवनेश्वर में, पश्चिमी क्षेत्रीय कार्यालय भोपाल, उत्तरी क्षेत्रीय कार्यालय जयपुर और दक्षिणी क्षेत्रीय कार्यालय बंगलुरु में है. एनसीटीइ ने इन जगहों से चारों सेंटर को हटाने का निर्णय लिया है. अब ये क्षेत्रीय कार्यालय नयी दिल्ली में बन रहे एनसीटीइ नये भवन में शिफ्ट कर जायेंगे. ट्रेनिंग कॉलेजों में निरीक्षण के लिए पहले क्षेत्रीय कार्यालय को टीम का चयन करने का अधिकार था, लेकिन अब यह अधिकार एनसीटीइ के चेयरमैन के पास होगा.
वे ही तय करेंगे कि किस राज्य में ट्रेनिंग कॉलेजों के निरीक्षण के लिए कौन सी टीम जायेगी और उसमें कौन-कौन सदस्य रहेंगे. बिहार के कालेजों की मान्यता भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय कार्यालय से दी जाती थी. अब यह दिल्ली से हो पायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement