पटना: सेंटर फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट के पाटलिपुत्र स्थित कार्यालय में आयोजित कार्यशाला में आजीविका की दिशा में ग्रामीण महिलाओं की स्थिति पर चर्चा की गयी. इस्ट लंदन यूनिवर्सिटी के ग्लोबल स्टडीज की प्रो मीरा तिवारी ने स्वयं सहायता समूह को महिला सशक्तीकरण की दिशा में बेहतरीन जरिया बताया. उन्होंने कहा कि इसके जरिये महिलाओं में आत्मनिर्भरता बढ़ी है.
सेंटर फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर के सीइओ राहुल सिंह ने कहा कि महिलाएं स्वयं सहायता से जुड़ कर आजीविका की दिशा में बेहतर कार्य कर रही हैं, लेकिन उनके उत्पादों को बाजार नहीं मिल रहा है. ग्रामीण महिलाओं को आजीविका से जोड़ने के लिये बाजार की समस्या को दूर करना होगा.
उन्होंने बताया कि सेंटर के जरिये जल्द ही बिहार के पांच जिले मधुबनी, पूर्णिया, नालंदा, गया व खगड़िया में ग्रामीण आजीविका में उभरते हुए बाजार का अध्ययन किया जायेगा. पटना विवि के सोशल वर्क के कॉर्डिनेटर प्रो बीके लाल ने बताया कि इसके लिए इस क्षेत्र में काम कर रहे संगठनों को मिल कर काम करना होगा. मौके पर स्वयं सहायता समूह पर काम कर रहे विभिन्न सरकारी व गैरसरकारी संगठनों के प्रतिनिधियों मौजूद थे.