Advertisement
नीतीश सरकार का गांधी जी को लेकर बड़ा फैसला, स्कूलों में साल भर चलेगा यह कार्यक्रम, जानें
मिथिलेश पटना : सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों को राज्य सरकार महात्मा गांधी के किस्से सुनायेगी. सरकार इसकी जोर-शोर से तैयारी कर रही है. गांधी और उनके विचारों से जुड़ी कहानियों को स्कूलों में प्रार्थना के तुरंत बाद सुनाया जायेगा. शिक्षा विभाग ने इसके लिए करीब 50 कहानियों के िलए थीम का चयन किया है. […]
मिथिलेश
पटना : सरकारी स्कूलों में पढ़नेवाले बच्चों को राज्य सरकार महात्मा गांधी के किस्से सुनायेगी. सरकार इसकी जोर-शोर से तैयारी कर रही है. गांधी और उनके विचारों से जुड़ी कहानियों को स्कूलों में प्रार्थना के तुरंत बाद सुनाया जायेगा. शिक्षा विभाग ने इसके लिए करीब 50 कहानियों के िलए थीम का चयन किया है. मई के अंतिम सप्ताह से यह योजना शुरू हो जायेगी. ग्वालियर के आइटीएम विवि के कुलपति रामाशंकर सिंह को इसकी पूरी जिम्मेवारी दी गयी है.
सरकार की समझ है कि गांधी के आंदोलन के बारे में तो बच्चों को किताबी जानकारी मिलती रही है, लेकिन उनके आदर्श, उनके जीवन से जुड़ी सच्ची घटनाओं को कहानी के रूप में बच्चों के समक्ष सरल भाषा में पेश किया जायेगा, तो इसका सकारात्मक असर उनके विकसित हो रहे मन-मस्तिष्क पर भी पड़ेगा. वे आनेवाले दिनों में अच्छे नागरिक बन सकेंगे. कहानी को लिखने के लिए शिक्षाविदों की टीम लगायी गयी है. वे सभी महात्मा गांधी के जीवन से जुड़ी बातों को कहानी के रूप में संकलन कर रहे हैं.
मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने कहा कि सभी सरकारी स्कूलों में छात्र व छात्राओं को महात्मा गांधी से जुड़ी कहानियां सुनायी जायेंगी. इसकी तैयारी चल रही है. हर दिन प्रार्थना व चेतना सभा के बाद स्कूलों के बाल संघ, मीना मंच या शिक्षक पाठ करेंगे, ताकि उसे सभी सुन सकें और आत्मसात कर सकें. यह प्रक्रिया अगले एक साल तक चलती रहेगी.
सभी प्राइमरी, मध्य व हाइस्कूलों में अगले माह के अंत में यह शुरू होगी. गांधी से जुड़ी विभिन्न कहानियाें में उनके द्वारा खुद के शौचालय साफ करने, सूत काटने, चरखा चलाने, अपने कपड़े खुद साफ करने, साफ-सफाई करने व अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने को कहानी के रूप में तैयार किया जायेगा. कहानियों में महात्मा गांधी की दिनचर्या भी शामिल होगी और बच्चों को गांधी के संवाद सुनाये जायेंगे. तीन बंदर के रूप में गांधी समाज को क्या बताना चाहते थे, उसके बारे में रोचक तरीके से वर्णन किया जायेगा.
48 हजार साक्षरता कर्मी तीन लाख घरों में देंगे दस्तक
चंपारण सत्याग्रह के सौ साल पूरे होने पर राज्य सरकार मई से बापू आपके द्वार कार्यक्रम की शुरुआत करने जा रही है. इसमें जन शिक्षा के 48 हजार साक्षरता कर्मी लगेंगे, जो राज्य की 1,68,214 बसावटों और इसमें रहने वाले करीब तीन लाख परिवारों के घरों में जाकर दस्तक देंगे और महात्मा गांधी से जुड़ी बातों को बतायेंगे. इसके लिए दो साक्षरता कर्मियों की एक टीम बनेगी और वह अपने क्षेत्र के सभी घरों में जायेगी. साक्षरता कर्मी गांधी के विचारों से जुड़ी छोटी पुस्तिका घर में देंगे. इसमें गांधी जी द्वारा कही गयी बातों को कोट कर रखा गया है.
अगर नयी पीढ़ी का 10% भी महात्मा गांधी के विचारों के प्रति आकर्षित हो जाये, तो आनेवाले 10- से 15 सालों में समाज बदल जायेगा.
नीतीश कुमार, मुख्यमंत्री
गांधी की दिनचर्या से मिलेगी सीख
खुद के शौचालय साफ करने, सूत काटने, चरखा चलाने, अपने कपड़े खुद साफ करने, साफ-सफाई करने व अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहने को कहानी के रूप में तैयार किया जायेगा.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement