पटना. गंगा नदी पर बिहार के मनिहारी व झारखंड के साहेबगंज के बीच बनने वाले फोर लेन सड़क पुल देश का सबसे बड़ा दूसरा पुल होगा. पुल बनने से बिहार व झारखंड राज्यों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी. उत्तर बिहार के आधा दर्जन जिलों के लोगों को झारखंड जाना आसान होगा. इससे लगभग सौ किलोमीटर की […]
पटना. गंगा नदी पर बिहार के मनिहारी व झारखंड के साहेबगंज के बीच बनने वाले फोर लेन सड़क पुल देश का सबसे बड़ा दूसरा पुल होगा. पुल बनने से बिहार व झारखंड राज्यों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ेगी. उत्तर बिहार के आधा दर्जन जिलों के लोगों को झारखंड जाना आसान होगा. इससे लगभग सौ किलोमीटर की दूरी कम होगी. मनिहारी-साहेबगंज के बीच बननेवाले पुल की लंबाई छह किलोमीटर है. पुल के दोनों तरफ लगभग 16 किलोमीटर एप्रोच रोड बना कर उसकी कनेक्टिविटी दी जायेगी.
इसके लिए साहेबगंज व मनिहारी में बायपास का निर्माण होगा. गंगा नदी पर पुल का निर्माण होने से एनएच-80 व एनएच- 81 जुड़ जायेगा. साथ ही कटिहार-पूर्णिया खंड पर एनएच-131 ए में फोर लेन का निर्माण होना है. पुल के बनने से उत्तर बिहार खासकर सहरसा, सुपौल, मधेपुरा के अलावा सीमांचल इलाके के अररिया, पूर्णिया व कटिहार के लोगों को साहेबगंज, पाकुड़ के अलावा पश्चिम बंगाल में फरक्का व आसपास के इलाके में आने-जाने में सहूलियत होगी.
मनिहारी-साहेबगंज के बीच बननेवाला पुल बिहार के विशेष पैकेज का हिस्सा था. बिहार विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आरा की सभा में विशेष पैकेज की घोषणा की थी. विशेष पैकेज में मनिहारी-साहेबगंज के बीच गंगा नदी में पुल निर्माण के अलावा कटिहार-पूर्णिया खंड पर एनएच 131 ए में फोर लेन का निर्माण शामिल था. जानकारों के अनुसार राज्य में फोर लेन के निर्माण में जमीन अधिग्रहण की समस्या को लेकर झारखंड सरकार ने इस प्रोजेक्ट को अपने यहां कराने में सफल रहा. प्रोजेक्ट के निर्माण को लेकर साहेबगंज में विशेष कार्यालय खोला गया है. पुल व एप्रोच रोड सहित लगभग 22 किलोमीटर का एनएचएआइ से निर्माण कराने का जिम्मा झारखंड सरकार के पास है.
कटिहार के नरेनपुर से पूर्णिया तक 49 किलोमीटर फोर लेन का होगा निर्माण : पुल के साथ कनेक्टिविटी देने के लिए कटिहार के नरेनपुर से पूर्णिया तक 49 किलोमीटर फोर लेन का निर्माण होगा. अभी यह सड़क कहीं-कहीं सिंगल, इंटरमीडियट व टू लेन है. सड़क के फोर लेन बनने से इसकी कनेक्टिविटी गंगा नदी पर मनिहारी-साहेबगंज के बीच बननेवाले पुल के साथ होगा. फोर लेन के निर्माण के लिए अभी जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है. फोर लेन के निर्माण में 265 हेक्टर जमीन की जरूरत है. एनएचएआइ के आधिकारिक सूत्र ने बताया कि फोर लेन के निर्माण के लिए जमीन अधिग्रहण में पूर्णिया में प्रक्रिया चल रही है. कटिहार में जमीन अधिग्रहण को लेकर वहां के अधिकारियों के साथ बात होगी.
सौ किमी दूरी होगी कम
मनिहारी-साहेबगंज के बीच गंगा नदी पर पुल के निर्माण से सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, कटिहार के लोगों को लगभग सौ किलोमीटर दूरी कम सफर करना पड़ेगा. अभी सहरसा, सुपौल, मधेपुरा, अररिया, पूर्णिया, कटिहार के लोगों को नौगछिया, भागलपुर होते हुए
साहेबगंज जाना पड़ता है. पुल के बनने से सीधे साहेबगंज, पाकुड़ सहित पश्चिम बंगाल में फरक्का व आसपास के इलाके में आने-जाने में सहूलियत होगी.