बैठक में लिया गया अहम निर्णय
पटना : इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में अक्तूबर से लिवर ट्रांसप्लांट की सुविधा शुरू कर दी जायेगी. अस्पताल प्रशासन ने दशहरा से पहले इसे शुरू करने का लक्ष्य बनाया है. सफल ट्रांसप्लांट कैसे हो इसको लेकर मंगलवार को डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास के नेतृत्व में बैठक हुई. इसमें गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी विभाग के एचओडी डॉ मनीष मंडल के अलावा कई डॉक्टर मौजूद थे. बेंगलुरु से ट्रेनिंग लेकर लौटे डॉ मनीष मंडल ने डॉ ईशा व डॉ रॉड ट्रिक्स के बताये गये टिप्स व ऑपरेशन के बारे में विस्तार से चर्चा की.
आइएलबीएस से अधिकारी आयेंगे निरीक्षण करने : बैठक की जानकारी देते हुए डॉ मनीष मंडल ने बताया कि इंडियन लिवर ऑफ बेरिक्स साइंस (आइएलबीएस) दिल्ली लिवर विभाग के एचओडी डॉ वीरेंद्र अस्पताल के लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट का निरीक्षण करेंगे. दो से तीन दिनों के अंदर वह कभी भी निरीक्षण करने आ सकते हैं.
वहीं निरीक्षण में अगर खामियां पायी जायेंगी तो वह दुरुस्त करने के लिए सुझाव देंगे. अगर उनके मुताबिक सब अच्छा रहेगा तो आइएलबीएस दिल्ली में ट्रेनिंग के लिए बुलाया जायेगा. डॉ मनीष ने बताया कि लिवर ट्रांसप्लांट के सभी स्टाफ को 15-15 दिन के लिए ट्रेनिंग के लिए भेजा जायेगा. ट्रेनिंग के बाद सभी स्टाफ ट्रांसप्लांट में अपनी भूमिका निभायेंगे. आइजीआइएमएस प्रदेश के पहला अस्पताल हो जायेगा, जहां लिवर का ट्रांसप्लांट शुरू होगा. फिलहाल मरीजों को इसके लिए दिल्ली, लखनऊ, कोलकाता, बेंगलुरु आदि शहरों में जाना पड़ता है.