पटना : बिहार की समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने आज बताया कि प्रदेश में पटना एवं गया जिला में वृद्धाश्रम निर्माण प्रक्रियाधीन है तथा पूर्णिया में भूमि चयन की प्रक्रिया जल्द ही पूरी होने वाली है. बिहार विधान परिषद में भाजपा सदस्य कृष्ण कुमार सिंह द्वारा पूछे गये एक अल्पसूचित प्रश्न का उत्तर देते हुए मंजू वर्मा ने कहा कि माता पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा कल्याण अधिनियम 2007 तथा बिहार माता पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों का भरण पोषण तथा नियमावली 2012 में वरिष्ठ नागरिकों के लिए वृद्धाश्रम खोलने का प्रावधान है.
उन्होंने कहा कि इस संबंध में सभी जिलों को वृद्धाश्रम के लिए भूमि उपलब्ध कराने का निर्देश दिया जा चुका है, पटना एवं गया में वृद्धाश्रम निर्माण प्रक्रियाधीन है. पूर्णिया में भूमि चयन की प्रक्रिया अंतिम अवस्था में है. शेष जिलों से भूमि अभी उपलब्ध नहीं हो पाई है. भूमि उपलब्ध होने पर सभी जिलों में वृद्धाश्रम निर्माण किया जायेगा. उन्होंने कहा कि संप्रति गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्था के माध्यम से वृद्धाश्रम सहारा पटना, मुजफ्फरपुर, भागलपुर, पूर्णिया एवं गया जिला में संचालित है. इसके अतिरिक्त चार नये जिले पश्चिमी चंपारण, रोहतास, समस्तीपुर एवं बेगूसराय में गैर सरकारी स्वयं सेवी संस्था के माध्यम से वृद्धाश्रम संचालित कराने का निर्णय लिया गया है जिसके लिए कार्रवाई प्रक्रियाधीन है.
वर्मा ने कहा कि वृद्धाश्रम सहारा में वृद्धों की संख्या वर्तमान में पटना में 18, भागलपुर में 25, गया में 19, मुजफ्फरपुर में और 15 पूर्णिया में 31 है. वृद्धजनों के लिए भोजन वस्त्र आवास मनोरंजन एवं चिकित्सा सभी चीजों की समुचित व्यवस्था की गयी है. उन्होंने कहा कि 50 वृद्धजन के लिए आश्रम की स्थापना पर अनावर्तक व्यय 1763750 रुपये है तथा इसके संचालन पर वार्षिक आवर्तक व्यय 2836000 रुपये है. वर्मा ने कहा कि आवासन सुविधा के अंतर्गत आवासन सामग्री बिस्तर, गद्दा, ताकिया, चादर, मनोरंजन अंतर्गत टीवी, मैगजीन, समाचार इत्यादि तथा चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराया जाता है जिसमें प्रति वृद्ध प्रतिमाह 4440 रुपये उनके भोजन, वस्त्र, साफ..सफाई आदि दैनिक कार्य के लिए उपलब्ध कराया जाता है.