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बीएसएससी : सचिव के घर देर रात तक चली तलाशी, रद्द हो सकती है परीक्षा

प्रारंभिक जांच में पेपर लीक के पुख्ता सबूत िमले पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की इंटर स्तरीय परीक्षा रद्द हो सकती है. आयोग के सूत्रों का कहना है कि पूर्व में भी सरकार के स्तर पर ऐसी घटना के बाद परीक्षा रद्द होती आयी है. इस बार भी इसकी संभावनाबनती दिख रही है. […]

प्रारंभिक जांच में पेपर लीक के पुख्ता सबूत िमले
पटना : बिहार कर्मचारी चयन आयोग (बीएसएससी) की इंटर स्तरीय परीक्षा रद्द हो सकती है. आयोग के सूत्रों का कहना है कि पूर्व में भी सरकार के स्तर पर ऐसी घटना के बाद परीक्षा रद्द होती आयी है. इस बार भी इसकी संभावनाबनती दिख रही है. हालांकि, इस संबंध में पूछे जाने पर आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार ने कहा कि अभी एसआइटी की जांच चल रही है.
जांच रिपोर्ट पर सबकुछ निर्भर करता है. वहीं, एसआइटी की टीम ने मंगलवार को सुबह से शाम तक मामले की छानबीन की और इस दौरान पेपर लीक की प्रारंभिक पुष्टि के बाद आयोग के सचिव परमेश्वर राम के अगमकुआं थाने के भागवत नगर स्थित आवास पर छापेमारी की. देर रात तक जहां एक तरफ तीन मंजिला मकान की तलाशी होती रही, तो दूसरी तरफ बरामद दस्तावेजों के संबंध में सचिव से पूछताछ होती रही. सचिव कई घंटे तक पुलिस के जांच घेरे में रहे.
हालांकि, एसआइटी प्रभारी व एसएसपी मनु महाराज ने सचिव के हिरासत में लेने या गिरफ्तारी की बात से इनकार किया है. इससे पहले एसआइटी की टीम ने दिन में आयोग के अध्यक्ष सुधीर कुमार और सचिव परमेश्वर राम से पूछताछ की है.
इधर सूत्रों का कहना है कि इस परीक्षा के लिए चार सेट में प्रश्नपत्र तैयार किये गये थे और ये चारों सेट परीक्षा के पहले ही लीक हो गये. आर्थिक अपराध इकाई (इओयू) ने जब ट्विटर व वाट्सएप पर प्रश्नपत्र और बीएसएससी द्वारा तैयार किये गये प्रश्नपत्रों का मिलान किया, तो यह खुलासा हुआ. इसके बाद इओयू ने अपनी शुरुआती रिपोर्ट मंगलवार को डीजीपी को सौंप दी. एसएसपी मनु महाराज ने फिलहाल पेपर लीक होने की पूरी तरह पुष्टि होने से इनकार कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि बीएसएससी से पेपर लिया गया है और इससे सोशल मीडिया पर वायरल हुए प्रश्नपत्र या हस्तलिखित उत्तर का मिलान किया रहा है.
एसआइटी की टीम मंगलवार को दिन में बीएसएससी कार्यालय पहुंची और वहां सचिव परमेश्वर राम से पूछताछ की. टीम के वहां पहुंचने के बाद कार्यालय के अंदर किसी अन्य के प्रवेश करने पर रोक लगा दी गयी. 20 मिनट बाद टीम सचिव को लेकर आइएएस भवन गयी. टीम ने परीक्षा में पूछे गये प्रश्नपत्र की एक कॉपी भी ले ली थी. आइएएस भवन में बीएसएससी के अध्यक्ष सुधीर कुमार का कार्यालय है. एसआइटी प्रमुख व एसएसपी मनु महाराज भी आइएएस भवन पहुंचे.
इसके बाद एसआइटी की टीम ने सवालों की बौछार लगा दी. एसआइटी ने अध्यक्ष व सचिव से यह जानकारी ली कि परीक्षा होने की प्रक्रिया क्या है और प्रश्नपत्र कहां से और कैसे छप कर आते हैं और परीक्षा केंद्रों पर कैसे पहुंचते हैं. छानबीन के बाद टीम लौट गयी. इसके बाद बीएसएससी कार्यालय से मिले प्रश्नपत्र और वायरल उत्तर व प्रश्नों से एसआइटी ने मिलान किया और टीम अपनी प्रारंभिक जांच में इस निष्कर्ष पर पहुंची कि पेपर लीक हुआ था.
वायरल ब्लू रंग के पॉलीपेपर में ही लिपटे थे प्रश्नपत्र
इधर सूत्रों ने बताया कि इओयू की टीम ने पहले सभी वायरल प्रश्नपत्रों को जमा किया और उसके बाद बीएसएससी में जाकर प्रश्नपत्रों की कॉपी ली और फिर इनका मिलान किया. सोशल मीडिया में ब्लू रंग के पॉलीपेपर में लिपटा प्रश्नपत्र वायरल हुआ था. आयोग में भी उसी सफेद बैकग्राउंड में नीली धारीवाले पॉलीपेपर में प्रश्नपत्र मिला है. इसके बाद यह भी स्पष्ट हो गया है कि सोशल मीडिया में जो प्रश्नपत्र दिखाई दे रहा है, वह कोई फोटोकॉपी नहीं, बल्कि अॉरिजिनल प्रश्नपत्र है.
29 फरवरी का प्रश्नपत्र भी आया मार्केट में
बाजार में प्रश्नपत्र का एक सेट ऐसा भी मिला है, जो 29 फरवरी की परीक्षा का था. इससे यह स्थिति ज्यादा चिंताजनक प्रतित होती है कि आखिर 29 फरवरी का भी पेपर कैसे लीक हो गया. प्रश्नपत्र का एक सेट ऐसा मिला, जिसके एक से लेकर 150 तक सभी प्रश्न पांच फरवरीवाली परीक्षा से हू-ब-हू टैली कर रहे थे.
इओयू ने भी गठित किया एक विशेष एसआइटी
इओयू ने भी एएसपी सुशील कुमार के नेतृत्व में एक एसआइटी का गठन करके अपने स्तर पर जांच शुरू कर दी है. इसका गठन इओयू के आइजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने किया है.
इओयू ने इस मामले में तकनीकी और आर्थिक पहलू पर जांच शुरू कर दी है. इओयू की टीम भी मंगलवार को पूछताछ करने के लिए बीएसएससी कार्यालय गयी थी. इस दौरान एक प्रश्नपत्र के सेट को पांच फरवरी की परीक्षा वाले प्रश्नपत्र से मैच भी करवाया गया, जो पूरी तरह से मैच कर गया. इसके अलावा इओयू ने इस मामले में पटना, नवादा, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, सोनपुर और छपरा के अलग-अलग थानों में दर्ज हुई तमाम एफआइआर को भी मंगवा कर गहन जांच शुरू कर दी है. नवादा में गिरफ्तार हुए बड़े रैकेट में कई लोगों के पास से कुछ एटीएम कार्ड भी मिले हैं, जिनके जरिये कई बैंक खातों में पैसे भी ट्रांसफर किये गये हैं. इसकी जांच भी शुरू कर दी गयी है. तमाम स्तर पर साक्ष्य एकत्र करने की पूरजोर कोशिश शुरू हो गयी है. इसके आधार पर ही उस व्यक्ति तक पहुंचने की कोशिश की जा रही है, जिसके पास पहली बार इसका प्रश्न-पत्र आया है.
गड़बड़ी करनेवाले नहीं बचेंगेे : मुख्यमंत्री
पटना. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बीएसएससी की परीक्षा में गड़बड़ी करनेवाले नहीं बचेंगे. मैंने इसे गंभीरता से लिया है. एसआइटी गठित की गयी है. तह तक जांच होगी. परीक्षा के सिस्टम को और इफेक्टिव बनाया जायेगा. शिक्षा और परीक्षा में सुधार के लिए सरकार अपना काम कर रही है, लेकिन इसमें आम लोगों को भी सहयोग करना होगा.
पेपर के लिए प्रश्नों का सेलेक्शन करनेवाली टीम
बीएसएससी की ओर से परीक्षा से पहले प्रश्नपत्रों के सेलेक्शन के लिए एक टीम का गठन होता है. इसमें शामिल सदस्यों की संख्या आयोग तय करता है. यह अति गोपनीय होता है. प्रश्नोंपत्रों के चार से पांच सेट तैयार किये जाते हैं. यहां से भी पेपर के लीक होने की आशंका है. यह टीम भी शक के दायरे में है. इनसे भी पूछताछ हो सकती है.
प्रिंटिंग की जिम्मेवारी उठानेवाली अफसरों की टीम
प्रश्नपत्रों के सेलेक्शन के बाद आयोग द्वारा चयनित दूसरी अति गोपनीय टीम को पेपर की प्रिंटिंग की जिम्मेवारी दी जाती है. प्रिंटिंग कहां हो रही है, इसकी जानकारी भी गोपनीय रहती है. इस टीम के अधिकारी अगर प्रिंटिंग प्रेस के लोगों से सांठगांठ कर लें, तो यहां से भी पेपर लीक की पूरी संभावना है. पेपर परीक्षा से 12-13 घंटे पहले लीक हो रहे हैं, इसलिए इस स्टेज पर गड़बड़ी की आशंका ज्यादा है. यह टीम भी एसआइटी के शक के दायरे में है.
ट्रेजरी से लेकर परीक्षा केंद्र के बीच हो सकती है गड़बड़ी
प्रिंट होने के बाद पेपर बेहद सुरक्षा के बीच ट्रेजरी के स्ट्रांग रूम में लाये जाते हैं. पैकेट सील रहते हैं और ट्रेजरी में इवीएम से भी ज्यादा सुरक्षा में रखा जाता है. स्ट्रांग रूम में डबल लॉक रहता है. इसकी एक चाबी डीएम और दूसरी ट्रेजरी अफसर के पास होती है. दोनों के सहयोग से ही लॉक खुल सकता है. यहां से गड़बड़ी की आशंका कम है, क्योंकि इसके लिए कई लोगों का सहयोग लेना पड़ेगा. इससे भंडाफोड़ का डर रहेगा. फिर भी जांच टीम जायजा लेगी.

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