कार्यशाला में निर्माण काम के दौरान क्वालिटी व सुरक्षा पर विशेष सतर्कता बरतने पर ध्यान देने के लिए कहा गया. विशेषज्ञों ने मौत पर चिंता भी जतायी. पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन के माध्यम से दिखाया गया कि ठोस निर्माण काम के लिए उस ढांचा को मजबूती देने के लिए फॉर्मवर्क भी मजबूत होना चाहिए. फॉर्मवर्क मजबूत नहीं होने पर निर्माण काम की गुणवत्ता पर असर पड़ने के साथ सुरक्षा को लेकर खतरा बना रहता है. साथ ही समय से पहले सड़क, पुल, भवन आदि संरचना के क्षतिग्रस्त होने का खतरा बना रहता है.
एक्सपर्ट इंजीनियरों ने कहा कि स्थायी निर्माण के लिए जो ढांचा तैयार होता है वह मजबूत होना चाहिए. कामचलाऊ बनाने से स्थायी निर्माण में गड़बड़ी होने के साथ सुरक्षा को लेकर खतरा बना रहता है. बेस कैंप में वह सारी सुविधा होनी चाहिए जिससे निर्माण काम में लगे इंजीनियरों व कामगारों को सुविधा मिल सके. सड़क मेंटेनेंस के दौरान रोड साइन का पूरा इस्तेमाल होने के साथ सुरक्षा को लेकर ध्यान देना चाहिए. अन्यथा रोड दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.
कार्यशाला में पथ निर्माण विभाग के सचिव पंकज कुमार ने कांट्रैक्टरों को निर्माण काम में क्वालिटी पर ध्यान देने के लिए कहा. ताकि अधिक से अधिक दिनों तक मजबूती बने रहे. विभाग के परामर्शी व सेवानिवृत्त आइएएस सुधीर कुमार ने दुमका में पदस्थापन रहने के दौरान एक कांट्रैक्टर द्वारा किये गये बढ़िया काम की चर्चा की. कार्यशाला में संजय शर्मा सहित अन्य इंजीनियरों ने क्वालिटी एश्योरेंस को लेकर जानकारी दी. कार्यशाला में विभाग के अभियंता प्रमुख लक्ष्मीनारायण दास, मॉनीटिरिंग के मुख्य अभियंता चमन प्रकाश सिन्हा, बिहार राज्य पथ विकास निगम के मुख्य महाप्रबंधक विजयशंकर सहित विभाग के अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे.