निगरानी के छापे में खुला काली कमाई का राज पटना : बिहार में आय से अधिक संपत्ति के मामले में निगरानी ब्यूरो की तीन विशेष टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर दो पुलिस इंस्पेक्टर और एक शिक्षक के यहां छापेमारी की. दोनों इंस्पेक्टर के पास से लाखों की अवैध संपत्ति मिली है, तो एक इंस्पेक्टर के […]
- निगरानी के छापे में खुला काली कमाई का राज
पटना : बिहार में आय से अधिक संपत्ति के मामले में निगरानी ब्यूरो की तीन विशेष टीमों ने अलग-अलग स्थानों पर दो पुलिस इंस्पेक्टर और एक शिक्षक के यहां छापेमारी की. दोनों इंस्पेक्टर के पास से लाखों की अवैध संपत्ति मिली है, तो एक इंस्पेक्टर के शिक्षक भाई करोड़पति निकले. इनके पास से कैश तो कम मिला है, लेकिन दर्जन से ज्यादा प्लॉट व फ्लैट के कागजात बरामद हुए हैं. तीनों के खिलाफ ज्ञात स्रोतों से ज्यादा की संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है. दोनों आरोपित इंस्पेक्टर राजीवनयन कुमार सिंह व महेंद्र प्रसाद यादव 1994 बैच के हैं. राजीव नयन सोनपुर अंचल में और महेंद्र प्रसाद यादव खगड़िया में तैनात हैं. भागलपुर के कहलगांव के बैजुटोला प्राथमिक स्कूल के शिक्षक गंगा सागर यादव के यहां भी छापेमारी की गयी है. वह महेंद्र प्रसाद यादव के भाई हैं.
इनके पास से मिली इतने की अवैध संपत्ति
इंस्पेक्टर राजीव नयन कुमार सिंह के सोनपुर स्थित आवास और कार्यालय के अलावा पटना के श्रीकृष्णपुरी स्थित घर में तलाशी ली गयी. इस दौरान एक अवैध पिस्टल और छह कारतूस भी बरामद हुए हैं. इनके पास आय से अधिक कुल 93.75 लाख रुपये से ज्यादा की संपत्ति का पता चला है. इनके नाम पर चार स्थानों पर प्लॉट और फ्लैट के कागजात मिले हैं. कई प्लॉट की खरीदारी अपना और पत्नी के नाम को बदल कर भी की है. इसके खिलाफ एसके पुरी थाने में आर्म्स एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज किया गया है.
- फ्लैट नं- 103, पाटलिपुत्र विला, खेतान लेन, एसके पुरी, पटना
- बेगूसराय में सात प्लॉट, कुल रकबा 10 कट्ठा
- बेगूसराय में सात प्लॉट, रकबा 4 कट्ठा 19 धुर
- बेगूसराय मुख्य बाजार में पांच प्लॉट, रकबा 109 डिसमिल
इंस्पेक्टर महेन्द्र प्रसाद यादव के खगड़िया स्थित कार्यालय और आवास के अलावा भागलपुर के पीरपैंती के टोपराटोला और कहलगांव स्थित आवास पर भी छापेमारी की गयी. इनके पास से 22 स्थानों पर जमीन के कागजात मिले हैं. 69 लाख 62 हजार रुपये की अवैध संपत्ति का मामला दर्ज किया गया है. तलाशी के दौरान पीरपैंती स्थित आवास से 68 हजार रुपये नगद और जेवरात बरामद हुए हैं. महेंद्र प्रसाद ने 2014 में अपनी संपत्ति की घोषणा में सात सर्वे प्लॉट का उल्लेख किया था. इनकी कीमत 18 लाख बतायी गयी थी. इसमें भी इन्होंने अपनी संपत्ति को जानबूझ कर छिपाया.
- पटना के पहाड़पुर स्थित पुलिस कॉलोनी में आरक्षी कर्मचारी सहकारी गृह निर्माण समिति के अंतर्गत 20 प्लॉट की खरीद के कागजात बरामद, रकबा 40 कट्ठा से ज्यादा है.
- भागलपुर के पीरपैंती स्थित आवास में एक-चौथाई हिस्सा
- कहलगांव स्थित मकान में आधा हिस्सा
गंगा सागर यादव के भागलपुर के पीरपैंती के टोपरटोला और कहलगांव स्थित घर की तलाशी ली गयी. इनके पास से 11 स्थानों पर जमीन और मकान के कागजात मिले हैं. इसके अलावा कई संस्थानों में निवेश के कागजात और जेवरात भी बरामद किये गये हैं. इन पर आय से एक करोड़ सात लाख 52 हजार अधिक की संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया गया है.इन्होंने विभाग में वर्ष 2015-16 में संपत्ति का जो ब्योरा जमा किया था, उसमें तीन स्थानों पर जमीन और एक मकान का ही उल्लेख था, जिनकी कीमत महज 38 लाख ही बतायी गयी थी.
- भागलपुर में नौ प्लॉट, रकबा करीब 25 कट्ठा
- पीरपैंती और कहलगांव में मकान, इन दोनों मकानों में हिस्सेदारी