Advertisement
सूखा रोग से बरबाद हो रही फसल
मोकामा : दाल का कटोरा कहे जानेवाले मोकामा टाल में दलहनी फसलों की खेती करनेवाले किसान इस बार काफी परेशान हैं. प्रकृति की मार झेल रहे किसानों के समक्ष फसल के उत्पादन का संकट खड़ा हो गया है. मोकामा टाल में जलजमाव के कारण इस बार देर से फसल की बोआई हुई. देर से फसल […]
मोकामा : दाल का कटोरा कहे जानेवाले मोकामा टाल में दलहनी फसलों की खेती करनेवाले किसान इस बार काफी परेशान हैं. प्रकृति की मार झेल रहे किसानों के समक्ष फसल के उत्पादन का संकट खड़ा हो गया है.
मोकामा टाल में जलजमाव के कारण इस बार देर से फसल की बोआई हुई. देर से फसल की बोआई होने का कुप्रभाव भी अब देखने को मिल रहा है. किसान नेता अरविंद सिंह बताया कि मोकामा टाल में मसूर और चना की फसल पर काफी असर पड़ा है. पौधे बीमार हो रहे हैं .
सूखा रोग से ग्रसित हो रहे हैं. सूखा रोग से ग्रसित दलहनी फसल के पौधों की पत्तियां पीली होने लगी हैं. जिस पौधे के पत्ते पीले होते हैं, वह पौधा तुरंत सूख जाता है. किसानों की शिकायत पर अनुमंडल दंडाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने मोकामा प्रखंड कृषि पदाधिकारी को मोकामा टाल में दलहनी फसलों के निरीक्षण का निर्देश दिया था. मोकामा प्रखंड कृषि पदाधिकारी रवींद्र कुमार ने किसान सलाहकारों और किसानों के साथ मोकामा टाल के कई हिस्सों का बुधवार को दौरा किया.
मरांची टाल में एक हजार बीघा से अधिक खेत में इस बार बोआई नहीं हो पायी है. वहां अब भी जलजमाव है. जिन हिस्सों में खेती हुई भी है वहां दलहनी फसल के पौधे सूखा रोग से ग्रसित पाये गये. प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने बताया कि मरांची टाल में एक हजार बीघा से अधिक रकबा में खेती नहीं हो पायी है.
पूरी रिपोर्ट विभाग को सौंपी जायेगी. किसान नेता अरविंद सिंह ने बताया कि मरांची टाल के किसानों के समक्ष इस बार जबरदस्त संकट है. अरविंद सिंह की माने, तो किसान टूट गये हैं. उत्तरी पंचायत के मुखिया राम कुमार सिंह ने कहा कि मरांची टाल के वैसे किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए, जिनकी खेत परती रह गयी है. जदयू नेता पवन कुमार ने बताया कि किसानों की समस्या को लेकर वे जिलाधिकारी से मिल कर वस्तुस्थिति से अवगत करायेंगे.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement