महिला द्वारा टीआरएफ का चेक भुनाने का मामला
पटना : मुंबई की महिला जालसाज संगीता सामंत द्वारा चेक के माध्यम से टीआरएफ लिमिटेड कंपनी जमशेदपुर के खाता से साढ़े नौ लाख निकालने की घटना के प्रकाश में आने के बाद बैंक ऑफ बड़ौदा प्रशासन व श्रीकृष्णापुरी थाने ने मामले की तह में जाने के लिए अनुसंधान शुरू कर दिया है. यह पता लगाया जा रहा है कि अगर वह चेक नकली था तो कैसे क्लीयर हो गया?
प्रक्रिया अपनायी गयी थी या नहीं : बैंक प्रशासन अब इस बात की भी जांच कर रहा है कि चेक को क्लीयर करने के लिए संबंधित अधिकारी द्वारा सारी आवश्यक प्रक्रिया अपनायी गयी थी या नहीं?
संगीता सामंत द्वारा जमा किये गये चेक के नकली होने की आशंका इसलिए जतायी जा रही है कि टीआरएफ ने उसी नंबर का चेक बैंक ऑफ बड़ौदा जमशेदपुर के समक्ष प्रस्तुत किया है. आखिर कंपनी उसी नंबर का गलत चेक क्यों प्रस्तुत करेगी? इंडियन ओवरसीज बैंक में चेक जमा करने के बाद यह उस बैंक के समाशोधन गृह से बैंक ऑफ बड़ौदा सीटी बैंक ऑफिस (सीबीओ) के समाशोधन गृह में पास होने के लिए गया था.
वहां बैंक के नियमानुसार आवश्यक जांच कर प्राधिकृत अधिकारी द्वारा पास कर दिया गया. लेकिन उसी नंबर का चेक टीआरएफ कंपनी ने प्रस्तुत किया और सवाल उठाया कि जब वह चेक उनके पास है तो उसी नंबर के दूसरे चेक से भुगतान कैसे कर दिया गया?
पते का होगा सत्यापन : इस जालसाजी के मामले में आगे की कार्रवाई करने के लिए पटना पुलिस की एक टीम जल्द ही मुंबई जायेगी और संगीता सामंता के पते का सत्यापन करेगी.
संगीता का इंडियन ओवरसीज बैंक पवई मुंबई में खाता संख्या 194601000001160 है, जबकि टीआरएफ कंपनी बैंक ऑफ बड़ौदा जमशेदपुर मुख्य शाखा का ग्राहक है. संगीता सामंत ने तीन जनवरी को इंडियन ओवरसीज बैंक के बोरिंग रोड शाखा में टीआरएफ लिमिटेड कंपनी का नौ लाख पचास हजार का चेक संख्या 000123 डाला था.
चूंकि टीआरएफ कंपनी का एकाउंट बैंक ऑफ बड़ौदा में था, इसलिए यह चेक क्लीयरेंस होने के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा के सीटी बैंक ऑफिस फ्रेजर रोड में भेजा गया, जहां सात जनवरी को चेक पास हो गया. फर्जी निकासी की जानकारी मिलते ही कंपनी ने जमशेदपुर के बैंक ऑफ बड़ौदा मुख्य शाखा से संपर्क साधा. बैंक ऑफ बड़ौदा ने इंडियन ओवरसीज बैंक को सूचित किया तब तक देर हो चुकी थी.