पटना :हालमें मौसम के मिजाज में बदलाव साफ देखा जा सकता है. 29 नवंबर को राजधानी पटना की सुबह कोहरे में लिपटी हुई थी. तापमान 24.09 डिग्री सेल्सियस गिरावट दर्ज की गयी. उसके साथ ही इस मौसम में बरती जाने वाली सावधानी की चर्चा भी शुरू हो गयी है. खासकर उम्रदराज लोगों के लिए जाड़े का मौसम काफी कष्टदायी होता है. दिल, सांस और गठिया रोगियों की परेशानी इस मौसम में बढ़ जाती है. सर्दी में थोड़ी-सी लापरवाही से मरीजों की जान पर बन सकती है. राजधानी पटना के अस्पतालों में तापमान गिरने के साथ ही हृदय रोगियों की संख्या बढ़ी है. चिकित्सकों की माने तो जिस तरह मौसम अचानक बदल रहा है, इसमें मरीजों को सावधानी बरतनी होगी. ऐसे रोगियों को सुबह व शाम की सैर भी भारी पड़ सकती है. इसलिए उन्हें सर्दी के मौसम में विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है.
सावधानी जरूरी
वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. वी के ठाकुर ने बताया कि इस मौसम में सांस के मरीजों को काफी सावधानी बरतनी होती है. खासकर जिन्हें आंखों में जलन, नाक में खुजली और गले में खराश के साथ खांसी जैसे लक्षण नजर आयें. उन्होंने बताया कि इस मौसम में सांस की नली काफी सेंसेटिव हो जाती है. नली के सिकुड़ जाने से दिक्कतें बढ़ जाती है. खासकर उम्रदराज और बुजुर्गों की समस्याएं ज्यादा परेशान करने वाली होती हैं. चिकित्सक के मुताबिकऐसेमरीजों को गुनगुने पानी का प्रयोग और मौसम की स्थिति को देखकर बाहर निकलना और सुबह में टहलने से पहले विचार करना चाहिए.
बुजुर्गों को हो सकती है दिक्कत
चिकित्सकों की माने तो इस मौसम में जोड़ों का दर्द काफी बढ़ जाता है. लोगों को काफी परेशानी होती है. बुजुर्गों को एक जगह पर ज्यादा देर तक बैठना नहीं चाहिए. घर में ही थोड़ा बहुत टहल लेना चाहिए. लगातार बैठे रहने से जोड़ों में अकड़न या दर्द बढ़ जाता है. गरम कपड़े का प्रयोग बढ़ा देना चाहिए. कम ठंड होने की बात सोचकर बिना कुछ शरीर पर डाले बाहर नहीं निकलना चाहिए.