पटना: विश्वविद्यालय शिक्षकेतर कर्मियों के हड़ताल के दूसरे ही दिन छात्र सड़क पर उतर आये. 15 से होने वाली इंटर परीक्षा का एडमिट कार्ड अब तक नहीं मिलने से गुस्साये छात्रों ने जगह-जगह कॉलेजों के बाहर हंगामा कर सड़क जाम किया. पुलिस ने एएन कॉलेज, कॉमर्स कॉलेज, टीपीएस कॉलेज में बल प्रयोग कर छात्रों को खदेड़ा व मामला शांत करवाया. परीक्षा 15 फरवरी से शुरू होनी है. वहीं पीयू के कर्मचारी शांतपूर्ण धरने पर बैठे रहे. वेतन विसंगति एवं सरकारी कर्मचारियों के अनुरूप सुविधा समेत आठ सूत्री मांगों को लेकर विवि और कॉलेज कर्मियों की राज्यव्यापी बेमियादी हड़ताल का दूसरा दिन भी पटना समेत पूरे राज्य के कॉलेजों में व्यापक असर रहा.
पटना विवि के बीएन कॉलेज, सायंस कॉलेज समेत मगध विवि के लगभग सारे कॉलेजों में पूरी तरह से तालाबंदी रही और पठन-पाठन प्रभावित रहा. मगध विवि के कॉलेज के छात्र-छात्राओं को न एडमिट कॉर्ड मिला न हीं ग्रेजुएशन पार्ट वन व पार्ट टू का फॉर्म भरने दिया गया.
महासंघ ने प्रधान सचिव को ठहराया जिम्मेवार
बिहार राज्य विवि एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के अध्यक्ष गंगा प्रसाद झा व महामंत्री ब्रज किशोर सिंह ने कहा कि कर्मचारियों का हडताल पूर्णत: दूसरे दिन भी सफल रही और कॉलेजों में पूर्ण तालाबंदी की गई. उन्होंने कहा कि सरकार संवेदनहीन है. हम उनकी धमकी से डरने वाले नहीं. नेताओं ने प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा के बयान पर आश्चर्य प्रकट करते हुए उसे भ्रामक बताया. उन्होंने कहा कि सरकार को दो माह पूर्व 13 दिसंबर 2013 को ही हड़ताल की सूचना दी थी. लेकिन, सरकार द्वारा कोई वार्ता का बुलावा नहीं आया. आज जो स्थिति पैदा हुई हैं उसके सीधे-सीधे जिम्मेदार शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव अमरजीत सिन्हा हैं.
डीएम को सौंप दें एडमिट कार्ड
गंगा प्रसाद झा ने कहा कि इंटर परीक्षा की जिम्मेवारी जिलाधिकारी के जिम्मे है. ऐसी स्थिति में मैं सभी प्राचार्य से अनुरोध है कि प्रवेश-पत्र डीएम को सौंप दें, ताकि कॉलेजों में जो हंगामा या कॉलेज संपत्ति को जो नुकसान हो रहा है, उस पर रोक लगे. संघ ने कहा कि टीपीएस कॉलेज में बैठे कर्मचारी पर सरकार के लोगों ने हमला किया जो कहीं से उचित नहीं है. संघ इसकी निंदा करता है.