इसके बाद छात्रों के सभी संबंधित काम रीजनल ऑफिस से ही होंगे. समिति की तरफ से पटना, दरभंगा, मगध, भागलपुर, सारण, पूर्णिया, तिरहुत, मुंगेर और कोशी प्रमंडल में रीजनल आॅफिस बनाये गये हैं. रीजनल ऑफिस के लिए इन प्रमंडल मुख्यालय में भवन बनाया जा रहा है. भवन बनने में दो साल का समय लग जायेगा. इस कारण फिलहाल रीजनल ऑफिस को प्रमंडल मुख्यालय के किसी एक स्कूल में चलाया जायेगा. स्कूल में रीजनल ऑफिस खोला गया है. यहीं पर छात्रों के सभी काम होंगे. बोर्ड ऑफिस और इंटर काउंसिल में हर प्रमंडल का विंग बना हुआ है.
अभी किसी भी काम के लिए छात्रों को बोर्ड ऑफिस या इंटर काउंसिल के प्रमंडल विंग में आकर काम करवाना होता है. अब छात्र रीजनल आॅफिस में ही अपना आवेदन जमा करेंगे. वहीं, आवेदन को सही किया जायेगा. अगर रीजनल आॅफिस काम नहीं हो पाया, तो ही आवेदन को बोर्ड ऑफिस या इंटर काउंसिल भेजा जायेगा. सारे रीजनल ऑफिसों को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति से जोड़ा जायेगा. इससे जो भी काम रीजनल स्तर पर नहीं हो पायेंगे, उसे तुरंत बोर्ड ऑफिस भेज दिया जायेगा.
ऑनलाइन सारे आवेदन बोर्ड ऑफिस आ जायेंगे. इससे किसी भी रीजनल ऑफिस के काम में अधिक समय नहीं लगेगा. समिति के अनुसार अब छात्रों के किसी भी काम में 15 दिनों से अधिक का समय नहीं लगेगा.दिसंबर तक हर प्रमंडल में रीजनल आॅफिस खोेल दिये जायेंगे. िबहार विद्यालय परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद िकशोर ने बताया िक हर काम के लिए छात्रों को बोर्ड ऑफिस आने की जरूरत नहीं होगी. रीजनल ऑफिस के भवन बनने में अभी समय लगेगा, इस कारण स्कूल परिसर में ही रीजनल ऑफिस खोला जा रहा है.