पटना : जदयू के मुख्य प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार आगामी यूपी में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर तीन तलाक और समान नागरिक संहिता के मुद्दे पर ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है. इन मुद्दों पर मोदी सरकार मुसलमानों को बांट कर उसके एक वर्ग को अपने पक्ष में करने की राजनीति कर रही है.
तीन तलाक को खत्म करने की पहल कर केंद्र सरकार मुसलिम महिलाओं के हितों की रक्षा नहीं कर रही है, बल्कि ध्रुवीकरण की राजनीति कर रही है. देश के दलितों और अल्पसंख्यकों से भाजपा की इस खतरनाक नीति से सजग और सावधान रहने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि भाजपा लोकसभा चुनाव के दौरान किये वादों को पूरा करने में विफल रही है. भाजपा ने चुनाव के दौरान देश में महंगाई कम करने, ढाई करोड़ रोजगार के नये अवसर सृजित करने और काला धन वापस लाकर हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने का वादा किया था. केंद्र में सरकार बने ढाई साल बीत जाने के बावजूद भी महंगाई आसमान छू रही है. वहीं, रोजगार के मोरचे पर एक साल में केवल तीन लाख लोगों को नौकरी मिल पायी है.
काला धन वापस नहीं आया तो लोगों के खाते में भी कुछ जमा नहीं हुआ. यह मोदी सरकार की विफलता है, जिसे छिपाने और लोगों का ध्यान बंटाने के लिए अब वह ऐसे विवादास्पद मुद्दों को उठाया जा रहा है. संजय सिंह ने कहा कि देश में कई ऐसे गंभीर मुद्दे हैं जिसको सुलझाने की जरूरत है, लेकिन भाजपा और केंद्र सरकार लोगों का ध्यान भटकानेके लिए नॉन सीरियस मुद्दे उठाकर, उस पर बहस कर रही है. भाजपा शासित राज्यों में लगातार किसान आत्महत्या कर रहे हैं. वो केंद्र की सरकार को नहीं दिख रही है.