पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने छठ महापर्व को लेकर सोमवार को गंगा घाटों को निरीक्षण किया. दोपहर बाद उन्होंने दानापुर के नासरीगंज से पटना सिटी के दीदारगंज घाट तक गंगा घाटों का स्टीमर से निरीक्षण किया और गंगा घाटों की सफाई, स्वच्छता और सुरक्षा को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिये. उन्होंने कहा कि समय बहुत कम बचा है. जल्द से जल्द सभी गंगा घाटों की सफाई पूरी की जाये, बिजली की व्यवस्था और सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किये जाये, ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हो. गंगा घाटों के निरीक्षण के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि छठ महापर्व से पहले घाटों की स्थिति को देखने और छठ घाटों को सुगम व स्वच्छ बनाने की कोशिश जिला प्रशासन और पटना नगर निगम की ओर से होती रही है. इसके बाद वे खुद इसके निरीक्षण के लिए आते हैं.
छठ घाटों पर ज्यादा काम करने की जरूरत-सीएम
उन्होंने कहा कि घाटों पर जहां कमी रहती है उसे दूर करने के सुझाव दिये जाते हैं और उस पर अमल किया जाता है. अब तक छठ घाटों की स्थिति ठीक रही है. इस साल गंगा का जल स्तर ऊंचा है, क्योंकि इस साल जल स्तर काफी बढ़ा है और पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिया. अभी भी जल स्तर पिछले सालों की तुलना में काफी ज्यादा है, वैसी स्थिति में छठ घाटों को सुरक्षा में अधिक काम करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि पहले वे दीपावली के बाद गंगा घाटों का निरीक्षण करते थे, लेकिन जल स्तर ऊंचा होने के कारण निरीक्षण का कार्यक्रम पहले करना पड़ा. सभी जगह काम हो रहा है. काम की गति और तेज की जायेगी. जितने भी घाटों पर सरकार की ओर से पक्का निर्माण हुआ है, वैसे निर्माण के काम पूरे होने के कगार पर हैं और कम से कम बारह जगहों पर निर्माण का काम छठ के पहले पूरा हो जायेगा.
खतरनाक घाटों के लिये विशेष व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाकी जगहों पर जहां भी श्रद्धालु भारी संख्या में अर्घ्य देने के लिए आते हैं, उन्हें अर्घ्य देने में कोई असुविधा न हो, इसका पूरा ध्यान रखा जायेगा. छठ व्रती के अलावा दूसरे परिवार के जो श्रद्धालु आते हैं, इसके कारण होने वाली भीड़ को देखते हुए आवागमन को भी दुरुस्त रखना होगा. इन सब बातों को देखना होगा और इसके लिए कई सुझाव दिये गये हैं. ग्रामीण अंचलों में भी नदी का जल स्तर ऊंचा होने के कारण विशेष ध्यान रखना होगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि कई जगह खतरनाक घाट हैं. उसके पीछे तालाब का निर्माण और उसमें गंगा नदी का पानी पंप के जरिये दिया जा सकता है. कई जगहों पर तो चैनल व पाइप के जरिये भी गंगा का पानी दिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि दानापुर से दीदारगंज तक सभी घाटों को देखा है. सभी तैयारी चल रही है और ठीक ढंग से तैयारी हो रही है.