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बाधाओं को पार कर मंजिल तक पहुंच सकता है मनुष्य
पटना : हनुमानजी माता सीता की खोज में हर बाधा को दूर कर आगे बढ़ते रहे. बाधा राक्षसों द्वारा उनके सामने आती रही, उसे पार करते हुए उन्होंने माता सीता को खोज निकाला. इसी तरह मनुष्यों को भी हर बाधा को पार करना चाहिए. घबरा कर बीच में रुक जाने से मंजिल तक नहीं पहुंच […]
पटना : हनुमानजी माता सीता की खोज में हर बाधा को दूर कर आगे बढ़ते रहे. बाधा राक्षसों द्वारा उनके सामने आती रही, उसे पार करते हुए उन्होंने माता सीता को खोज निकाला. इसी तरह मनुष्यों को भी हर बाधा को पार करना चाहिए. घबरा कर बीच में रुक जाने से मंजिल तक नहीं पहुंच पायेंगे. ये बातें परम पूज्यणीय दीदी मां मंदाकिनी ने रामकथा के दूसरे दिन रविवार को कहीं. पाटलिपुत्र में आयोजित रामकथा में सुंदर कांड का वर्णन किया गया. उन्होंने कहा कि गाेस्वामी तुलसीदास ने विनय पत्रिका में मनुष्य के जीवन के कई प्रंसंगों के बारे में वर्णन किया है.
हनुमानजी की तरह ही मनुष्य को भी धैर्य से काम लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि माता सीता की खोज के बाद जब पता चला कि माता सीता को लाने के लिए समुद्र पार करना होगा, तो सभी में मायूसी छा गयी. इस बाधा को भी पार कर समुद्र पर बांध बनाया गया. रामकथा में मुख्य अतिथि के तौर पर राज्य निर्वाचन आयुक्त फुल सिंह और विशिष्ट अतिथि के रूप में अवकाश प्राप्त आयुक्त एवं सचिव, बिहार और झारखंड कृष्ण बिहारी सिन्हा मौजूद थे.
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