पटना: वर्तमान सरकार की नीतियों के विरोध में पांच जून को राष्ट्रीय लोक समता पार्टी राजभवन मार्च करेगा. जेपी गोलंबर से राजभवन तक जानेवाला यह मार्च संकल्प मार्च के रूप में होगा. पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पांच जून, 1974 को लोकनायक जयप्रकाश नारायण ने तत्कालीन सरकार के विरोध में मार्च किया था, तो पुलिस ने उन पर लाठी चलायी थी.
वर्तमान सरकार की शासन व्यवस्था उस समय से भी बदतर हो गयी है, इसलिए यह मार्च निकाला जा रहा है. उन्होंने कहा कि बिहार की सत्ता बौरा गयी है. जनहित ओझल हो चुका है. गरीबों को न्याय नहीं मिल रहा. एफआइआर दर्ज नहीं हो रहे हैं. सरकारी धन की लूट मची है.
शैक्षणिक अराजकता कायम हो गयी है. राज्यपाल से मिल कर अनुरोध किया जायेगा कि वे वर्तमान सरकार को बरखास्त करें. नये सिरे से चुनाव हो. प्रदेश अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार ने कहा कि बिहार की स्थिति महाभारत काल से भी बदतर हो गयी है. अराजकता कायम है. बिजली कंपनी के अधिकारी लाखों रुपये जुर्माना लगा रहे हैं. कानून का भय दिखा कर उपभोक्ताओं पर तरह-तरह के टैक्स लगाये जा रहे हैं.
सरकारी विद्यालयों में महज खिचड़ी का खेल चल रहा है. 40 प्रतिशत फर्जी नामांकन कराये गये हैं. एक सवाल के जवाब में उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री में ऐसा कुछ खास नहीं है, जो दिखाई दे. ललन सिंह को क्या दिखाई दे रहा है, यह वही जानें. मौके पर संजय वर्मा, डॉ अभयानंद उर्फ सुमन पटेल, तारिणी प्रसाद सिंह, हिंमाशु पटेल व विजय बहादुर सिंह भी मौजूद थे.