उनके पास आपको रास्ता दिखाने की काबिलियत है, जो ज्ञान आपको किताबों में नहीं मिलेगी, वह बुजुर्गों के पास मिलेगी. ये बातें विधान पर्षद के सभापति अवधेश नारायण ने कहीं. हेल्पेज इंडिया की ओर से आयोजित बुजुर्गों के आर्थिक व सामाजिक सुरक्षा विषय पर आयोजित सेमिनार का उद्घाटन करने के बाद उन्होंने कहा कि बुजुर्गों के अनुभवों को साझा करने के लिए बुजुर्ग दिवस को अनुभव दिवस के रूप में मनाना चाहिए. मुख्य अतिथि समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा ने कहा कि बुजुर्ग हमारी संस्कृति के धरोहर हैं.
उनकी उपेक्षा नहीं सम्मान होनी चाहिये. उन्होंने समाज कल्याण विभाग की ओर से चलाये जा रहे कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी. कार्यक्रम के आयोजक हेल्पेज के प्रमुख गिरीश चंद्र मिश्र ने बताया कि आज की परिस्थिति में हमारे समाज के बुजुर्ग एकाकी और अलग-थलग जीवन व्यतीत कर रहे हैं. ऐसे में उनकी स्थिति और खराब हो जाती हैं, जब आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़े. कार्यक्रम को फेडरेशन ऑफ सीनियर सिटीजन एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रो बीएन सिंह, समाजसेवी सुधा वर्गीज, समाज कल्याण विभाग के उप निदेशक कुशेश्वर दास ने भी संबोधित किया.