पटना सिटी: उच्च न्यायालय के आदेश पर बुधवार को नूरानी बाग कॉलोनी में अतिक्रमण हटाने पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों को आक्रोश का सामना करना पड़ा. उग्र लोगों ने पथराव कर जेसीबी मशीन को क्षतिग्रस्त कर दिया. लोगों के गुस्से को देख कर प्रशासनिक अधिकारियों को अभियान को काफी देर तक रोकना पड़ा. बाद में अतिरिक्त बल के सहयोग से अभियान को शुरू किया गया. पथराव में कई लोग जख्मी हो गये.
पांच मकानों पर कार्रवाई
दोपहर करीब 12 बजे अनुमंडल कल्याण पदाधिकारी पवन मिश्र, दंडाधिकारी शलैंद्र कुमार सिन्हा व गंगा पुल परियोजना के अधिकारी पुलिस बल के साथ नूरानी बाग स्थित गंगा पुल परियोजना के पुनर्वास स्थल (संख्या पांच) के एक प्लाट से अतिक्रमण हटाने पहुंचे थे. प्रशासनिक अधिकारियों ने अतिक्रमित पांच मकानों में दो के खिलाफ कार्रवाई लगभग पूरी कर ली थी. इसी बीच एक पक्ष के लोग हंगामे पर उतर आये.
हंगामे को देख कर प्रशासन ने थोड़ी देर के लिए अभियान को रोक दिया. अतिक्रमण हटाने के दौरान एक पक्ष के लोग इस बात को लेकर अड़ गये कि पहले उनका मकान क्यों तोड़ा जा रहा है. विवाद दो पक्षों के बीच शुरू हुआ और मारपीट व रोड़ेबाजी शुरू हो गयी. मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने दोनों पक्षों को समझा-बुझा कर शांत कराने का प्रयास किया. इससे लोगों का गुस्सा पुलिस के प्रति फूट पड़ा. उग्र लोगों ने पुलिस को पथराव कर खदेड़ दिया. आक्रोशित लोगाों ने जेसीबी मशीन पर पथराव कर क्षतिग्रस्त कर डाला. इसके बाद पुलिस ने भी सख्ती पर उतर आयी और उग्र भीड़ को खदेड़ दिया.
रोड़ेबाजी में कई जख्मी
भगदड़ व रोड़ेबाजी में मुहल्ले के ही उपेंद्र कुमार का सिर फट गया. मनीष कुमार के पैर में चोट लगी , जबकि कई लोग जख्मी हो गये. घायलों को एनएमसीएच भेजा गया है . इधर, चिंता देवी का कहना है कि उसे उक्त जमीन से हटाया जा रहा है, लेकिन अब तक मुआवाजा नहीं दिया गया है. पिछले बार आठ दिसंबर को पुलिस टीम ने महिला को उक्त जमीन को खाली करने का निर्देश दिया था.