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कटाव से अंतिम सांस ले रहा महावीर टोला

गंगा की धारा से तेजी से हो रहा है कटाव, कई एकड़ खेत नदी में विलीन मनेर : बाढ़ के पानी के हटते ही इन दिनों किता चौहत्तर पूर्वी पंचायत के महावीर टोला गांव पूरी तरह से कटाव की चपेट में आ गया है. गंगा नदी से महावीर टोला गांव चंद कदमों की दूरी पर […]

गंगा की धारा से तेजी से हो रहा है कटाव, कई एकड़ खेत नदी में विलीन
मनेर : बाढ़ के पानी के हटते ही इन दिनों किता चौहत्तर पूर्वी पंचायत के महावीर टोला गांव पूरी तरह से कटाव की चपेट में आ गया है. गंगा नदी से महावीर टोला गांव चंद कदमों की दूरी पर है. कटाव से कभी भी महावीर टोला गांव गंगा नदी में विलीन हो सकता है. लगातार हो रहे कटाव के कारण महावीर टोला गांव अंतिम सांस ले रहा है. महावीर टोला गांव के करीब पांच सौ घर के लोग भगवान के भरोसे हैं, जबकि महावीर टोला को बचाने के लिए सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च कर पार्को पाइन योजना चलायी गयी.
इसके बाद फिर करोड़ों रुपये की लागत से जियो बैग लगा कर भी कटाव को रोकने का प्रयास किया गया, लेकिन दोनों योजना पूरी तरह से विफल साबित हुई. गंगा की तेज धारा ने एक महीने पूर्व ही गांव के प्राथमिक विद्यालय भवन को भी अपनी आगोश में ले लिया था. इससे गांव के बच्चों की पढ़ाई- लिखाई का कार्य भी पूरी तरह से बाधित हो गया. बच्चे पढ़ने के बजाय अपने घरों के कार्यों में हाथ बंटा रहे हैं या खेलकूद में लगे रहते हैं. महावीर टोला गांव के शिव कुमार व बंसती देवी बताया कि बाढ़ का पानी के हटने के बाद फिर से कटाव शुरू हो गया है.
कटाव हम लोगों के घरों के काफी नजदीक आ चुका है. शायद एकाध साल में गांव का नामोनिशान भी मिट जायेगा. इसके पहले कई एकड़ खेती की जमीन कटाव में गंगा में विलीन हो चुकी है. इसके अलावा छिहत्तर व रामनगर के नजदीक कटाव जारी है. वहीं, पंचायत की मुखिया कुंती देवी ने बताया सरकार द्वारा पार्को पाइन व जियो बैग योजना कटाव को रोकने में नाकाम रही. कटाव को मात्र बोल्डर पिचिंग से ही रोका जा सकता है. अगर कटाव का हाल यही रहा, तो लगभग एक – दो साल के अंदर यह गांव विलीन हो जायेगा.

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