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राज्य के इ-किसान भवन बनेंगे सेंटर ऑफ एक्सिलेंस
निर्णय. अब तक 315 प्रखंडों में इ- किसान भवन बनकर है तैयार इ-किसान भवन में एक ही छत के नीचे किसानों की सभी समस्याओं का समाधान होगा. किसानों को सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए सभी जानकारियां दी जायेंगी. पटना : राज्य के इ-किसान भवनों को सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाने का निर्णय लिया गया है. […]
निर्णय. अब तक 315 प्रखंडों में इ- किसान भवन बनकर है तैयार
इ-किसान भवन में एक ही छत के नीचे किसानों की सभी समस्याओं का समाधान होगा. किसानों को सरकारी योजनाओं के लाभ के लिए सभी जानकारियां दी जायेंगी.
पटना : राज्य के इ-किसान भवनों को सेंटर ऑफ एक्सिलेंस बनाने का निर्णय लिया गया है. इससे राज्य के किसानाें को एक ही छत के नीचे सभी समस्याओं का समाधान होगा. किसानों को योजनाओं के लाभ के लिए आवेदन करने से लेकर अनुदान के लिए सलाह देने की व्यवस्था होगी
इसके लिए इ- किसान भवन में इंटरनेट, कंप्यूटर आदि से लैस करने का निर्णय लिया गया है. कृषि विभाग के अधिकारी ने बताया कि इ- किसान भवन में किसानों को सरकारी लाभ के लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा दिया जायेगा. उन्हें सरकारी की योजनाओं का लाभ के लिए सभी जानकारी दी जायेगी. इससे किसानों को सरकारी निर्णयों की जानकारी तुरंत मिल पायेगी. सरकार के इस निर्णय से अधिकांश प्रखंडों के इ- किसान भवन की रौनक वापस होगी.
अब तक 315 प्रखंडों में बन चुका है इ- किसान भवन :
राज्य के सभी प्रखंडों में इ- किसान भवन बनाने का निर्णय 2005 में लिया गया था. कृषि रेाड मैप 2012-17 के तहत 2014 तक सभी 534 प्रखंडों में इ-किसान भवन बनाने के काम पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया था. विभागीय अधिकारी ने बताया कि भवन बनाने की जिम्मेवारी योजना एवं विकास विभाग को दिया गया था, लेकिन अब तक मात्र 315 प्रखंडों में इ- किसान भवन बनकर तैयार हो सका है.
लेकिन अधिकांश इ- किसान भवनों में बिजली की व्यवस्था और वैकल्पिक व्यवस्था के लिए जेनेरेटर, इंटरनेट, उपस्कर आदि की व्यवस्था नहीं की जा सकी है. अधिकारी ने बताया कि अब तक इन केंद्रों को सदुपयोग नहीं हो सका है. अब सरकार इसे सेंटर ऑफ एक्सिलेंस के रूप में विकसित कर किसानों के लिए उपयोगी बनाया जायेगा. वहीं 2017 के अंत तक बाकी 229 प्रखंडों में
भी इ-किसान भवन बनकर तैयार हो जायेगा.
विभागीय अधिकारी ने बताया कि इ- किसान भवन में किसानों को मिट्टी की जांच कराने की सुविधा, मौसम की जानकारी, खेती के लिए किसानों को प्रशिक्षण,पौधा संरक्षण समेत किसान की खेती संबंधी सभी सवालों का जवाब दिया जायेगा. समय-समय पर किसानों के लिए कार्यशाला का आयोजन किया जायेगा. अधिकारी ने बताया कि कोशिश यह किया जा रहा है कि इ-किसान भवन में संबंधित प्रखंडों के उत्पादित फसलों के बिक्री के लिए खरीदारों की सूची रखा जायेगा. किसानों को इ-किसान भवन से अपने फसलों की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध होगा.
एक साल में बन जायेगा इ-किसान भवन
एक साल में राज्य के सभी प्रखंडों में इ- किसान भवन बन जायेगा. सरकार राज्य के किसानों को प्रखंड के स्तर पर ही एक ही छत के नीचे सभी जरूरी सुविधा उपलब्ध करायेगी. सरकार के इस निर्णय से किसानों की कई समस्या एक साथ दूर हो जायेगा.
हिमांशु राय, निदेशक,कृषि विभाग
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