29.1 C
Ranchi
Friday, March 29, 2024

BREAKING NEWS

Trending Tags:

शराबबंदी पर कानून की अपनी सीमा, मन बदलने की जरूरत : CM नीतीश

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के लिए कानून के पास ताकत है, लेकिन उसकी अपनी सीमा है. इसलिए इसके लिए लोगों के मन को बदलने की जरूरत है. कुछ लोग निराशा के सौदागर होते हैं, उनसे बचना चाहिए और लोग मन में आशा का भाव रखें. मुख्यमंत्री रविवार को अखिल भारतीय […]

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि शराबबंदी के लिए कानून के पास ताकत है, लेकिन उसकी अपनी सीमा है. इसलिए इसके लिए लोगों के मन को बदलने की जरूरत है. कुछ लोग निराशा के सौदागर होते हैं, उनसे बचना चाहिए और लोग मन में आशा का भाव रखें. मुख्यमंत्री रविवार को अखिल भारतीय गायत्री परिवार के प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के एक समारोह में बोल रहे थे. गायत्री परिवार ने शराब निषेध कानून बनाने के लिए मुख्यमंत्री का आभार जताया और उनका अभिनंदन किया.

मुख्यमंत्री ने कहा कि शराबबंदी लागू की, तो कुछ लोगों ने मजाक उड़ाया और जब यह सफल होने लगी, तो विरोध करने लगे. उन्होंने कहा कि इसमें हम फेल करनेवाले नहीं हैं. आज मजाक उड़ा लें, विरोध कर लें, लेकिन कुछ दिन बाद वे भी शराबबंदी में शामिल होंगे. स्वामी विवेकानंद ने भी ठीक ही कहा कि ‘‘पहले हर अच्छी बात का मजाक होता है, फिर विरोध होता है और फिर उसे स्वीकार कर लिया जाता है.’’ शराबबंदी पर भी कुछ
इसी तरह हो रहा है. अधिकतर लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया है. सिर्फ कुछ पढ़े-लिखे साधन संपन्न लोगों का एक तबका इसके खिलाफ है. नीतीश कुमार ने कहा, मुझ पर आरोप लगा कि मैंने घर-घर शराब पहुंचा दी. ऐसा नहीं था, दो नंबर का जो धंधा होता था, उसे बंद करवा दिया. इससे राज्य सरकार को आमदनी हुई. आमदनी 300 करोड़ से पांच हजार करोड़ पहुंची. सरकार में हूं, तो आमदनी बढ़ाना मेरा धर्म है, लेकिन मैंने एक कलम से उसे बंद कर दिया. एक झटके में पांच हजार करोड़ को बंद कर दिया. उन्होंने कहा कि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने ठीक ही कहा है, ‘‘उन्हें मत सराहो, जिन्होंने अनीतिपूर्वक सफलता पायी और संपत्ति पायी.’’ हमें धैर्य से काम करना होगा. जहरीली शराब से जहां शराबबंदी नहीं है, वहां भी मौतें होती हैं.
असहिष्णुता से देश को खतरा
मुख्यमंत्री ने कहा कि असहिष्णुता से देश को खतरा है. गायत्री परिवार में सभी धर्मों को समान भाव से देखा जाता है. इसे आगे बढ़ाने की आवश्यकता है और सहिष्णुता की जरूरत है. इसके लिए गायत्री परिवार देश भर में लगातार कैंपेन चलाये. बिहार में शराबबंदी लागू हो चुकी है और बिहार के बाहर भी कार्यक्रम हो, तो शराबबंदी पर गीत-संगीत वहां भी पेश किया जाये. सीएम ने कहा कि मैं शुरू से शराब विरोधी रहा हूं. शराबबंदी के लिए कैंपेन चला था. रिकॉर्ड 1.19 लाख अभिभावकों से शपथ ली गयी कि वे शराब नहीं पीयेंगे और दूसरों को पीने देंगे.
आदमी के घर में जन्म लिये हो, आदमी तो बन जाओ
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग आदमी के रूप में जन्म लिया है, आदमी तो बन जाएं, यही बड़ी बात होगी. समारोह में मौजूद छात्रों से मुख्यमंत्री ने कहा कि जमाना मतलबी होता जा रहा है. लोग कैरियेस्टिक बनने के चक्कर में मर्यादा भूल जा रहे हैं. अच्छा काम करें, सब कुछ ठीक होगा. बहुत से लोग प्रचार से प्रभावित होते हैं. मनुष्य बनिए, ताकि जीवन के हर क्षेत्र में सफलता मिले.
गंगा की स्थिति देख कर आता है रोना
सीएम ने कहा कि गंगा की स्थिति देख कर रोना आता है. गंगा की सफाई और निर्मलता उसकी अविरलता पर निर्भर करता है. गंगा की अविरलता बाधित होने के कगार पर है.
इस पर एक्सपर्ट के कमेंट भी आ रहे हैं और उन्होंने भी चिंता जाहिर की है, जिसके लिंक को हमने टवीट किया है. गाद की वजह से गंगा का पानी गहरी नहीं, बल्कि ज्यादा होने पर फैल रही है. इससे कई इलाकों में पानी प्रवेश जाता है. उन्होंने कहा कि मौसम का मिजाज भी बदला है. बाढ़ के साथ-साथ सुखाड़ भी है. अब भी 166 प्रखंडों में 30-40% कम बारिश हुई है.उन्होंने कहा कि प्रदेश में हरियाली मिशन चल रहा है. 2017 तक 24 करोड़ पेड़ लगाने और 15% वन क्षेत्र करने का लक्ष्य है. हालिया रिपोर्ट के अनुसार 13% तक वन क्षेत्र हो चुका है.
समारोह में विधायक श्याम रजक, विधान पार्षद रणवीर नंदन, चंद्रेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी, महेश्वर प्रसाद सिंह, अशोक कुमार, सत्येंद्र नारायण राय, मनीष कुमार, विजय शर्मा, वीरेंद्र तिवारी समेत अन्य मौजूद थे.
ग्रामीण डॉक्टर भी जुड़ेंगे शराबबंदी अिभयान से
पटना. मुख्यमंत्री के पूर्ण शराबबंदी अभियान से राज्य के चार लाख ग्रामीण चिकित्सकों को जोड़ा भी जा रहा है. ये चिकित्सक गांव-गांव में प्राथमिक इलाज के साथ-साथ लोगों को शराब से होनेवाले नुकसान की जानकारी देंगे. ग्रामीण चिकित्सकों को शराब से होनेवाली बीमारियों और इलाज के संबंध में 13 सितंबर को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हाल में एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जायेगा.
जदयू चिकित्सा प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष डाॅ सुनील कुमार सिंह ने बताया कि राज्य में पूर्ण शराबबंदी का लाभ आम जनता को मिलने लगा है. अपराध में कमी आयी है. अब इसे दूर तक सफल बनाने के लिए कार्यक्रम तैयार किये गये हैं. कार्यक्रम से गांव-गांव में काम करनेवाले अप्रशिक्षित स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को काउंसेलिंग के काम की जानकारी दी जायेगी.
इसका लाभ होगा कि सरकार को ग्रामीण क्षेत्रों में काउंसेलर की एक बड़ी संख्या उपलब्ध हो जायेगी. अभी तक यह सुविधा महज जिला मुख्यालयों तक ही सीमित है. राज्य सरकार ने हर जिले में डिएडिक्शन सेंटर की स्थापना की है. वहां पर इलाज और काउंसेलिंग की सर्वोत्तम व्यवस्था है.
ग्रामीण चिकित्सकों की इस अभियान में भागीदारी सुनिश्चित कर देने के बाद इसका दायरा और बड़ा हो जायेगा. गांव-गांव से शराब को लेकर इनके माध्यम से आंकड़े उपलब्ध हो जायेंगे.
13 सितंबर को इन ग्रामीण चिकित्सकों को शराब से होनेवाली बीमारियों के संबंध में दिन भर प्रशिक्षण देने के लिए आखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नयी दिल्ली और बीएल कपूर हाॅस्पिटल, नयी दिल्ली के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया गया है. एम्स के विशेषज्ञ डाॅ विनय गोयल को आमंत्रित किया गया है, जो अल्कोहल विड्रावल सिंड्रोम के लक्षण और उससे होनेवाली बीमारी के बारे में ग्रामीण चिकित्सकों के जानकारी देंगे.
इस तरह के मरीजों को किस तरह से डिएडिक्शन सेंटर पर पहुंचा दिया जाये, तो उनका इलाज संभव हो जायेगा. इसी तरह से बीएल कपूर हाॅस्पिटल, नयी दिल्ली के लिवर ट्रांसप्लांट के विशेषज्ञ डाॅ संदीप शराब पीने से लिवर और पेट में होनेवाली बीमारियों की जानकारी दी जायेगी. अगर इस तरह के लोगों की पहचान हो जाती है, तो काउंसेलिंग के माध्यम से मरीज को इलाज के लिए परामर्श देंगे.
शराब के कारण हार्ट की होनेवाली बीमारी की जानकारी देने के लिए इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आइजीआइएमएस), पटना के हृदयरोग विभाग के अध्यक्ष डाॅ बीपी सिंह जानकारी देंगे. नेत्र रोग संबधी जानकारी डाॅ राजवर्धन आजाद और डाॅ सुनील कुमार सिंह देंगे. शराब के कारण होनेवाली दुर्घटनाओं पर डाॅ बैद्यनाथ व्याख्यान देंगे. यह एक व्यापक कार्यक्रम होगा, जिसके माध्यम से गांव के हर घर तक शराब से होनेवाली परेशानी की काउंसेलिंग की व्यवस्था उपलब्ध होगी. साथ ही इस अभियान को लंबे समय तक जारी रखना है, इसके लिए बीच-बीच में इसकी माॅनीटरिंग का तंत्र भी विकसित किया जायेगा. साथ ही सुदूर इलाके की स्थिति से अवगत होने में राज्य के चार लाख ग्रामीण चिकित्सकों का महत्वपूर्ण भूमिका होगी.
तोगड़िया ने शराबबंदी के लिए नीतीश की तारीफ की
पटना सिटी. विहिप के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष प्रवीण तोगिड़या ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी लागू कर सराहनीय कार्य किया है. देश भर में शराब व तंबाकू पर प्रतिबंध लगना चाहिए. वह भूतनाथ रोड में आयोजित इंडिया हेल्थ लाइन के प्रशिक्षण शिविर में बोल रहे थे. उन्होंने कहा स्वास्थ्यप्रद जीवन शैली जीने के लिए िपज्जा, बर्गर पर रोक लगनी चाहिए.
You May Like

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

अन्य खबरें