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सिर्फ नेत्रदान करने की हो रही बात
पटना : आंखों की सुरक्षा और आंख दान करने के लिए पटना सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जा रहा है. सरकार ने आंख जांच के लिए शहर के सरकारी अस्पतालों में कई आधुनिक मशीनें मुहैया करायी हैं. लेकिन, अधिकतर मशीनें खराब हो चुकी हैं. यह स्थिति है कंकड़बाग स्थित राजेंद्र नेत्र […]
पटना : आंखों की सुरक्षा और आंख दान करने के लिए पटना सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों नेत्रदान पखवाड़ा मनाया जा रहा है. सरकार ने आंख जांच के लिए शहर के सरकारी अस्पतालों में कई आधुनिक मशीनें मुहैया करायी हैं. लेकिन, अधिकतर मशीनें खराब हो चुकी हैं. यह स्थिति है कंकड़बाग स्थित राजेंद्र नेत्र अस्पताल, पीएमसीएच और आइजीआइएमएस के आइ विभाग का
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नहीं हो रही मोतियाबिंद की जांच
पीएमसीएच में अगर किसी मरीज को मोतियाबिंद या ग्लूकोमा की जांच करानी हो, तो उसे इस बीमारी का पता नहीं चल पायेगा. इसके लिए यहां लगायी गयी स्लिप डिस्क मशीन खराब है.
हालांकि, मशीन को एक बार ठीक कराया गया था. लेकिन, फिर खराब हो गयी. ऐसे में मरीजों को बाहर जाना पड़ रहा है. मजे की बात तो यह है कि यहां आंख का लेंस भी नहीं लग पा रहा है. इसके लिए अस्पताल प्रशासन राजेंद्र नगर आइ अस्पताल रेफर कर देता है या फिर मरीज प्राइवेट अस्पताल जाकर अपना इलाज कराते हैं. वहीं, आइजीआइएमएस में ओसीटी मशीन के टोनर खराब होने से जांच रिपोर्ट का पता नहीं लग पा रहा.
राजेंद्र नगर आइ अस्पताल में पैथोलॉजी मशीन खराब : राजेंद्र नगर आइ अस्पताल में पिछले दो महीने से पैथोलॉजी मशीन खराब है. इससे यहां ब्लड, सीबीसी, यूरीन
कल्चर आदि दर्जनों तरह की जांचें नहीं हो पा रही हैं. अस्पताल सूत्रों की मानें तो ऑटो एनालाइजर मशीन में कीट और केमिकल कमी के चलते यह समस्या सामने आ रही है. वहीं, अधिकारियों का कहना है कि कई बार काॅरपोरेशन को बोला गया बावजूद अब तक समस्या बनी हुई है. नतीजा मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
15 दिनों तक चलेगा विशेष कार्यक्रम : 25 अगस्त से आठ सितंबर कुल 15 दिनों तक नेत्रदान पखवाड़ा चलता है. बिहार के अलावा पूरे भारत में इस पखवाड़े का आयोजन किया जा रहा है.
बड़ी बात तो यह है कि कार्यक्रम में कई आंख के बड़े डॉक्टर जुटते हैं, लेकिन सरकारी अस्पतालों में मरीजों को क्या सुविधा मिल रहा इसे देखने वाला कोई नहीं है. न खराब मशीन दुरुस्त हो रही और नहीं मरीजों को सही तरीके से इलाज किया जा रहा है. जबकि, डॉक्टर पखवाड़े में सिर्फ आंख दान की बात कर रहे हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
अस्पताल में कई सुविधाएं बहाल की जानी हैं. मशीन को ठीक कराने के लिए मैंने बोल दिया है. जल्द ही संबंधित मशीन के इंजीनियर आयेंगे और खराबी ठीक हो जायेगी.
डॉ नरेश भीमसरिया, डायरेक्टर
राजेंद्रनगर आइ अस्पताल
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