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गंगा लाल निशान से ऊपर
हाल बाढ़ का : बारिश तो थमी, पर सभी नदियां उफान पर रविवार को भले ही बारिश कम हुई, लेिकन बाढ़ में कोई कमी नहीं आयी. विभिन्न गांवों में पानी घुस जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है़ पटना : रविवार को भले ही बारिश की रफ्तार मंद पड़ गयी हो, लेकिन नदियों का […]
हाल बाढ़ का : बारिश तो थमी, पर सभी नदियां उफान पर
रविवार को भले ही बारिश कम हुई, लेिकन बाढ़ में कोई कमी नहीं आयी. विभिन्न गांवों में पानी घुस जाने से लोगों की परेशानी बढ़ गयी है़
पटना : रविवार को भले ही बारिश की रफ्तार मंद पड़ गयी हो, लेकिन नदियों का उफान नहीं थमा है. पटना, भागलपुर, सीवान, खगड़िया और कटिहार में गंगा, सोन, पुनपुन, घाघरा, बूढ़ी गंडक और कोसी डेंजर लेबल से ऊपर बह रही है. नदियों में उफान को लेकर जल संसाधन और बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने पांचों जिलों में सुरक्षा चौकसी बढ़ा दी है. आज पटना और भागलपुर में गंगा डेंजर लेबल से और ऊपर चली गयी. पटना के दीघा में गंगा खतरे के निशान से 47, गांधी घाट में 86 और भागलपुर में 42 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
शांत पड़ी सोन भी उफान पर, मनेर में खतरे के निशान से आठ सेंटीमीटर ऊपर : अब तक शांत पड़ी सोन भी आज उफान पर रही. मनेर में यह खतरे के निशान से आठ सेंटीमीटर ऊपर बह रही है.
बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने अगले 24 घंटों में इसके जल स्तर में 27 सेंटीमीटर और वृद्धि होने की संभावना जतायी है. सीवान में पुनपुन डेंजर लेवल से दो सेंटीमीटर ऊपर पहुंची है. लेकिन, इसका जल स्तर तेजी से बढ़ रहा है. सोमवार तक इसके जल स्तर में 98 सेंटीमीटर और वृद्धि होने की उम्मीद है. आज सीवान में घाघरा 28, कटिहार में कोसी 30 और खगड़िया में बूढ़ी गंडक 26 और कोसी खतरे के निशान से 61 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है. वहीं, आज रोहतास और बक्सर में तेज बारिश हुई. दोनों जिलों में 18.2 और 8.2 मिलीमीटर बारिश हुई. शेष अन्य जिलों में हल्की बारिश हुई.
हालांकि सोमवार को राज्य के कुछ जिलों में बारिश होने का अनुमान है.पलायन करने लगे लोग : मनेर. सोन व गंगा नदी के जलस्तर में उफान से मनेर के दियारा वासियों पर खतरा मंडराने लगा है. बाढ़ के पानी से दियारा की करीब पांच पंचायतों के एक दर्जन गांव पूरी तरह से ग्रस्त हो गया है. साथ ही मनेर से जुड़े सड़कों पर भी बाढ़ का पानी चढ़ने से लोगों का परिचालन बंद हो गया है.
गंगा का जल स्तर बढ़ने से दियारे में तबाही
बाढ़ : गंगा नदी के बढ़ते जल स्तर को लेकर बाढ़ के कई क्षेत्रों में बरबादी का आलम है. अनुमंडल मुख्यालय के सामने स्थित चापड़ दियारे की बस्ती रविवार को गंगा नदी में समा गयी. इस बस्ती में रहनेवाले दो दर्जन परिवारों के घर नदी में डूब गये, जिसके कारण उन्हें पलायन करना पड़ा.
बख्तियारपुर : गंगा में आये उफान से जहां सैकडों एकड़ में लगी मकई, अरहर व सब्जी की फसलें के डूब गयी हैं, वहीं दियारा क्षेत्र की सभी पंचायतों के गांव टापू में तब्दील हो गये हैं. सतभैया रामनगर, कालादियारा, रूपस मरूआही, महाजी, चिरैया रूपस व हरदासपुर पंचायत पानी से घिर गये हैं. स्थानीय विधायक रणविजय सिंह उर्फ लल्लू मुखिया ने पीड़ितों में राहत सामग्री वितरित करने की मांग जिला प्रशासन से की है.
अथमलगोला. प्रखंड के दियारे के गांवों में गंगा का पानी घुस गया है. सैकड़ों एकड़ में लगी फसलें बरबाद हो गयी हैं. वहीं, बुढरा, करारीकछार, कल्याणपुर एवं नीरपुर के किसानों के दियारे में लगी फसलें डूब गयी हैं.
पंडारक : गंगा के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी से पांच पंचायतों क्रमश: ढीबर, रैली, लेमुआवाद और पश्चिमी व पूर्वी पंडारक के निचले हिस्से में बसे लोगों में दहशत है.
मसौढ़ी : धनरूआ प्रखंड स्थित दरधा नदी के जल स्तर में रविवार को भी वृद्धि हो रही थी, जबकि कररूआ नदी के जल स्तर में गिरावट आ रही थी. हालांकि, फिलहाल नदी का जल स्तर खतरे के निशान से नीचे था. इधर रविवार को बीडीओ पंकज कुमार निगम ने गांवों का दौरा किया .
पटना सिटी. उफनती गंगा ने तट पर रहनेवालों के समक्ष विस्थापन का खतरा उत्पन्न हो गया है. स्थिति यह है कि गुरु गोविंद सिंह कॉलेज घाट, किला घाट, झाऊगंज घाट, हीरानंद शाह घाट व मिरचाई घाट समेत अन्य जगहों पर मार्ग बंद हो गया है.
दानापुर : गंगा का जल स्तर में अचानक वृद्धि होने से दियारे के गंगहारा, नोनिया टोली, हेतनपुर, कासीमचक, पुरानी पानापुर, मानस आदि गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष द्वारा रविवार की शाम देवनानाला पर गंगा का जल स्तर 168़ 40 फिट नापा गया.
नहाने गया किशोर नदी में डूबा, सड़क जाम, हंगामा
पटना. दोस्तों के साथ गंगा नदी के एलसीटी घाट पर नहाने गया राहुल कुमार (15) गहरे पानी में डूब गया. उसके चार साथी तैर कर बाहर निकल गये और शोर मचाया. राहुल के नदी में डूबने की बात सुन कर एलसीटी घाट पर भारी भीड़ जुट गयी. लोगाें ने तत्काल पाटलिपुत्रा थाने की पुलिस को फोन किया. पुलिस ने एसडीआरएफ को सूचना दी और मौके पर पहुंची.
स्थानीय लोगों की मदद से नदी में खोजबीन की गयी, लेकिन उसका पता नहीं चला. वहीं करीब दो घंटे तक जब एसडीआरएफ की टीम नहीं पहुंची, तो लोग आक्रोशित हो गये और एलसीटी घाट के सामने सड़क को जाम कर दिया. करीब आधे घंटे तक सड़क जाम रहा, फिर पुलिस ने समझा कर जाम को खत्म कराया.
दरअसल मूल रूप से वैशाली के रहनेवाले संत लाल सहनी का पुत्र राहुल कुमार पटना के गोसाईं टोले में अपने मामा के घर रहता था. रविवार को वह अपने चार दोस्तों के साथ एलसीटी घाट पर गया था.
दिन में करीब तीन बजे सभी नदी में नहाने के लिए कूद गये. इस दौरान राहुल नदी में डूब गया, जबकि बाकी चार लोग बाहर निकल आये. राहुल के साथियों ने सबको बताया कि वह डूब गया है. काफी प्रयास किया गया, लेकिन देर शाम तक उसकी लाश नहीं मिली. एसडीआरएफ ने भी खोजबीन की, लेकिन पता नहीं चला. पाटलिपुत्रा के थानेदार ने बताया कि सोमवार की सुबह फिर से तलाश की जायेगी. उधर किशाेर के नहीं मिलने से परिजनों की हालत खराब थी.
बिंद टोली डूबी, पीड़ितों से मिलने पहुंचे विधायक
पटना. बिंद टोली के दो-चार घर छोड़ सभी घर डूब चुके हैं. पीड़ितों ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. वे वहां टेंट बनाकर रह रहे हैं. घर में लबालब पानी भर जाने के कारण सामानों को निकाला जा रहा है. पीड़ितों से मिलने रविवार को दीघा विधायक संजीव चौरसिया पहुंचे.
उन्होंने लोगों से बात की और उनकी परेशानियों को जाना. विधायक ने सुविधाएं उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया. उधर, जदयू के प्रदेश प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने भी दीघा स्थित बिंद टोली का भ्रमण किया और बाढ़ पीड़ितों की समस्याएं सुनीं. इसके बाद पटना सदर के अनुमंडल अधिकारी और भूमि अर्जन पदाधिकारी से अनुरोध कर राहत सामग्री पॉलीथिन, खाद्य सामग्री व पशुओं के चारा की व्यवस्था शुरू करायी. इस दौरान जदयू तकनीकी प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष राम चरित्र प्रसाद, श्याम बिहारी यादव, नकटा दियारे के मुखिया भागीरथ प्रसाद, अशोक सिंह, संजीव कुमार, वरुण कुमार, रेणु सिंह समेत कई लोग मौजूद थे.
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