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सैदपुर छात्रावास की छत पर बन रहा था बम
पटना : बहादुरपुर थाने के सैदपुर छात्रावास एक नंबर की छत पर देशी बम बनाये जा रहे थे. पुलिस ने छापेमारी कर छत पर रखी टंकी के निकट पांच देशी बम बरामद किये हैं. इसके साथ ही छह मोबाइल फोन व सिम भी मिले हैं. छापेमारी के बाद असामाजिक तत्व फरार हो गये. हड़बड़ी में […]
पटना : बहादुरपुर थाने के सैदपुर छात्रावास एक नंबर की छत पर देशी बम बनाये जा रहे थे. पुलिस ने छापेमारी कर छत पर रखी टंकी के निकट पांच देशी बम बरामद किये हैं. इसके साथ ही छह मोबाइल फोन व सिम भी मिले हैं. छापेमारी के बाद असामाजिक तत्व फरार हो गये. हड़बड़ी में वे अपना मोबाइल फोन भी छोड़ दिये. बम बनाने के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल रोशनी के लिए किया जा रहा था.
इसके साथ ही सैदपुर की छत के पश्चिम दिशा में माचिस की कांटी में लगा मसाला (बारूद) काफी मात्रा में मिला है. इसका जिसका इस्तेमाल बम बनाने में किया जा रहा था. काफी मात्रा में माचिस के खाली डिब्बे भी मिले हैं. यह कार्रवाई पुलिस ने शनिवार की रात में की. रविवार को एफएसएल की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और बारूद के नमूने उठाये. पुलिस की टीम ने एक बड़ी घटना को अंजाम देने की असामाजिक तत्वों की साजिश को फेल कर दिया. पुलिस ने चार असमाजिक तत्वों को हिरासत में लिया है.पानी की टंकी की आड़ में बांध रहे थे बम छात्रावास की छत पर जो पानी की टंकी रखी है, वह नीचे बने चार पायाें पर टिकी है. इन पायों का इस्तेमाल बम बनाने के लिए किया जा रहा था. पाये के एक ओर जाकर हाथों से दूसरी ओर बम को बांधने का काम किया जाता है, क्योंकि बनाने के दौरान अगर वह विस्फोट भी करे, तो हाथों को हल्का-फुल्का नुकसान पहुंचे, शरीर पाये की दूसरी तरफ होने से वह बच जाये. आमतौर पर बम बांधने के समय विस्फोट कर जाता है, इसलिए सुरक्षित रहने के लिए पाये का इस्तेमाल किया जाता है.
सिम व मोबाइलधारक के खिलाफ मामला दर्ज
इस मामले में बहादुरपुर थाने में 21 अज्ञात असामाजिक तत्वों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है. बरामद मोबाइल व सिम धारक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है और उनके नाम व पता की मोबाइल कंपनी से जानकारी ली जा रही है. इस बाबत एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि छात्रावास से मिले बमों से संकेत मिलता है कि वे सब किसी घटना को अंजाम देने की तैयारी में थे, लेकिन पुलिस ने बदमाशों की मंशा को फेल कर दिया. सैदपुर छात्रावास की छत से संदिग्ध परिस्थिति में नीचे गिरे दो छात्रों मुकेश कुमार व बजरंगी का पुलिस हिरासत में ही तारा हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. पुलिस उन दोनों से पूछताछ करेगी और यह पता करेगी कि उन्हें किस परिस्थिति में चोट लगी थी. अगर उनका जवाब सही नहीं मिला, तो उनकी गिरफ्तारी तय है. पुलिस यह मान कर चल रही है कि वे दाेनों भी बम बनाने में शामिल थे और पुलिस को देख कर छत से कूद कर भागने के क्रम में घायल हो गये. गौरतलब है कि दरभंगा हाउस में कुछ दिन पहले नकाबपोश युवकों ने कुछ छात्रों की पिटाई की थी और तीन छात्रों के सिर फोड़ डाले थे. इस मामले में सैदपुर छात्रावास में रहने वाले असामाजिक तत्वों का नाम सामने आया था. सूत्रों के अनुसार इसके बाद पुलिस सैदपुर छात्रावास पहुंची और छात्रावास की छत पर बैठे युवक वहां से कूद-कूद कर भागने लगे.
कारगिल चौक व अशोक राजपथ पर हंगामा, सड़क जाम
काफी संख्या में छात्रों ने शनिवार को कारगिल चौक व अशोक राजपथ पर जम कर हंगामा किया. इस दौरान छात्रों ने सड़क को जाम कर दिया. इसके कारण आवागमन बाधित हो गया. हालांकि पुलिस ने आंशिक बल प्रयोग कर सभी को सड़क से हटा दिया. छात्रों का आरोप था कि छापेमारी करने पहुंची पुलिस ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया और दो छात्रों को छात्रावास की तीसरी मंजिल से नीचे फेंक दिया. इसमें वे गंभीर रूप से घायल हो गये. इधर, जन अधिकार छात्र परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष सागर उपाध्याय ने कहा कि पुलिस ने जब छात्र को नीचे फेंका, तो उसी समय पुलिस ने क्यों नहीं बताया कि बम है. पुलिस सुतली बम लाकर छात्रावास के छात्रों को बेवजह फंसाना चाह रही है. सारा विवाद छेड़खानी का विरोध करने पर हुआ है. दरभंगा हाउस में जब मिंटो छात्रावास ने छेड़खानी की, तो इसका विरोध करने पर घटना को अंजाम दिया.
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