Advertisement
सरकार शराबबंदी को सनक में बदल रही है: सुशील मोदी
पटना. पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि घर में शराब मिलने पर गृहस्वामी को परिवार समेत जेल, पड़ोसी को भी सह-अभियुक्त बनाना और अब गांव में शराब मिलने पर मुखिया को जेल भेजने के लिए कानून बनाने की तैयारी कर नीतीश सरकार शराबबंदी को राजसत्ता […]
पटना. पूर्व उपमुख्यमंत्री व भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि घर में शराब मिलने पर गृहस्वामी को परिवार समेत जेल, पड़ोसी को भी सह-अभियुक्त बनाना और अब गांव में शराब मिलने पर मुखिया को जेल भेजने के लिए कानून बनाने की तैयारी कर नीतीश सरकार शराबबंदी को राजसत्ता की सनक में बदल रही है. मुखिया कोई वेतनभोगी कर्मचारी नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधि होते हैं. अगर गांव में शराब मिलने पर सरकार मुखिया को जेल भेजना चाहती है, तो क्या संबंधित क्षेत्र के मंत्री को भी जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
माफियाओं को सरकार का संरक्षण: टाइगर
भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता संजय सिंह टाइगर ने कहा कि दवा, बालू, शराब और जमीन माफियाओं का सीधा संबंध सत्ताधारी दल के नेताओं से है . ऐसे लोगों को महागंठबंधन की सरकार संरक्षण दे रही है जिसका कई जांच रिपोर्ट में खुलासा हो चुका है. टाइगर ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मोदीने दस्तावेजी प्रमाण के साथ सरकार का ध्यान खींचा तो जदयू तिलमिला उठा.
व्यवसायी को खोजने में लापरवाही : नंदकिशोर
वरिष्ठ भाजपा नेता व लोक लेखा समिति के सभापति नंदकिशोर यादव ने कहा कि मारूफगंज के किराना व्यवसायी बसंत जायसवाल की तलाश करने में सरकारी तंत्र लापरवाह रवैया अख्तियार किये हुए है. महागंठबंधन की सरकार में पहले से ही व्यवसायी वर्ग दहशत में जीने को विवश हैं.
विफलता के कारण 10 जवानों की मौत : डॉ. प्रेम
विधान सभा में विपक्ष के नेता डॉ. प्रेम कुमार ने कहा कि खुफिया तत्र की विफलता के कारण नक्सलियों से हुए मुठभेड़ में 10 कोबरा जवान शहीद हो गये. सीआरपीएफ के साथ राज्य पुलिस के तालमेल के अभाव में जवानों की जानें गयीं. केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस घटना को लेकर पहल की है, वह सराहनीय है.
डॉ कुमार ने कहा कि यह घटना गया जिले की और वहां के एसपी व पुलिस तंत्र की लापरवाहियों के साथ-साथ औरंगाबाद एसपी और गया एसपी में तालमेल व आपसी सहयोग का अभाव रहा.
नरम नीति ने ली 10 जवानों की जान : मंगल
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा कि है कि नक्सलियों के प्रति राज्य सरकार की नरम नीति के कारण दस जवानों को शहादत देनी पड़ी है. औरंगाबाद की घटना में नक्सलियों के साथ मुठभेड़ में शहीद जवानों के अंतिम संस्कार में नीतीश कुमार या किसी मंत्री का न पहुंचना असंवेदनहीनता का परिचायक है.
शहीद दस जवानों में तीन बिहार के सपूत थे. पांडेय ने कहा कि महागंठबंधन के घटक दलों के साथ नक्सलियों और माओवादी संगठनों के साथ कैसे मधुर संबंध हैं जगजाहिर है. बड़े भाई के साथ नक्सली नेताओं के मधुर संबंध जगजाहिर है. उनके प्रेशर पर ही छोटे भाई नक्सलियों के खिलाफ बड़े आपरेशन से पीछे हट जाते हैं. चुनाव में महागठबंधन के दल नक्सलियों का खुला समर्थन लेते हैं.
श्री पाण्डेय ने कहा कि नक्सलियों से लोहा ले रहे जवानों पर हुए नक्सलियों के चौतरफे हमले के बाद बचाव में हुई देरी की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए आखिर क्या कारण रहा कि बचाव के लिए चॉपर चार घंटे विलंब से आया तब तक नक्सली जंगल छोड़ चुके थे . वह भी जवानों को लिये बिना अंधेरे के कारण लौट गया .
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement