23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

मुकेश के जरिये कई बड़ों के नाम आयेंगे सामने

पटना : कुख्यात गैंगस्टर मुकेश पाठक की गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को दरभंगा पुलिस ने इसे दो दिनों के रिमांड पर लिया है. इस दौरान इससे गहन पूछताछ चलेगी. इसमें कई बड़े लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. कुछ सफेदपोश नेता इसे संरक्षण देने का काम करते थे, तो कुछ की इससे अच्छी साठगांठ […]

पटना : कुख्यात गैंगस्टर मुकेश पाठक की गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को दरभंगा पुलिस ने इसे दो दिनों के रिमांड पर लिया है. इस दौरान इससे गहन पूछताछ चलेगी. इसमें कई बड़े लोगों के नाम सामने आ सकते हैं. कुछ सफेदपोश नेता इसे संरक्षण देने का काम करते थे, तो कुछ की इससे अच्छी साठगांठ थी.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, ये नेता सभी पार्टी और दल से ताल्लुक रखने वाले हैं. जब वह शिवहर जेल में बंद था, तो उस दौरान पर कुछ पुलिसवालों का भी चहेता बन गया था. कोर्ट की अनुमति के बाद उसकी शादी पूजा नाम की जिस लड़की से तत्कालीन एसपी हिमांशु शेखर त्रिवेदी समेत अन्य अधिकारियों ने अक्टूबर 2013 को करवाई थी. तत्कालीन जेलर रामचंद्र साफी ने उसका कन्यादान किया था.
इसके कुछ समय बाद उसे सीने में दर्द की शिकायत के कारण जुलाई 2015 को सदर अस्पताल में भर्ती करवाया गया. तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद वह पुलिस की कड़ी सुरक्षा को चकमा देकर भाग गया. इस दौरान तत्कालीन एसपी एसके झा को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था.
मुकेश ने दूसरी शादी जेल में की थी. पहली पत्नी से उसकी एक बेटी भी है, जो असम में रहकर पढ़ाई करती है. परंतु जेल में उसे पूजा से इश्क हो गया और 2013 में अधिकृत रूप से पूजा के साथ शादी करने के बाद वह करीब दो साल तक जेल में रहा. इस दौरान उसने जमकर अय्याशी की. जेल में बंद रहने के दौरान जब पूजा गर्भवती हो गयी, तो यह मामला काफी हाइलाइट हो गया.
जेल में पूजा का गर्भवती होने से यह बात स्पष्ट होती है कि उसकी शिवहर जेल में कितनी पकड़ थी. विभाग ने इसकी जांच के लिए एक कमेटी का भी गठन किया था, जिसकी रिपोर्ट में यह बात सामने आयी थी कि कहीं न कहीं जेल प्रशासन की इसमें लापरवाही है. हालांकि रिपोर्ट में कहा गया कि जब दोनों को एक साथ गाड़ी पर जेल से लाकर कोर्ट की तारीख में पेशी से पहले हाजत में रखा गया था.
तब दोनों के बीच ही संबंध बने थे. इस पूरे प्रकरण में तत्कालीन जेलर पर भी गाज गिरी थी.बताया जाता है कि शिवहर जेल परिसर में संतोष झा और मुकेश पाठक ने अपने पैसों से मंदिर का निर्माण करवाया था. इसके अलावा भी वह कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन करवाता रहता था. इस तरह के कई कार्यों से शिवहर जेल में उसकी अच्छी पकड़ बन गयी थी. कई कैदी जेल में उसकी खातिरदारी में लगे रहते थे. कई लोगों को वह पैसे देकर अपना शागिर्द बना रखा था.
संतोष झा के जेल जाने का हुआ फायदा
मुकेश पाठक को अपने लीडर संतोष झा के जेल जाने से काफी फायदा हुआ था. संतोष झा पहले माओवादी संगठन से जुड़ा हुआ था. उसने वकायदा माओवादी कैंप में ट्रेनिंग भी ली थी. परंतु बाद में पैसे कमाने के चक्कर में उसने माओवादियों से नाता तोड़कर अपना अलग संगठन पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी बना लिया था. इसके बाद इसने मुकेश पाठक, निकेश दुबे, विकास झा, बब्लू समेत अन्य युवकों को साथ लेकर गैंग बनाया और उत्तर बिहार में तमाम निर्माण कंपनियों से लेवी वसूली का काम शुरू कर दिया.
संतोष जब गिरफ्तार होकर जेल चला गया था, इसके गैंग में मुकेश पाठक सबसे शातिर था. उसने पूरे संगठन की कमान संभाल ली और जेल में बंद संतोष के इशारे पर उसने एक-एक कर बिहार में काम करने वाली तमाम निर्माण कंपनियों से लेवी वसूली का काम शुरू कर दिया. इसके साथ ही बड़े व्यापारियों को निशाना बनाकर फिरौती और रंगदारी भी जमकर वसूल की.
बताया जाता है कि इस गैंग ने करीब 300-400 करोड़ की अवैध संपत्ति जमा कर रखी है. वर्तमान में इसके गैंग के सभी बड़े शूटर और शातिर अपराधी जेल में बंद हैं.
संरक्षण देने के बदले इनसे पैसे लेते थे कुछ सफेदपोश
उत्तर बिहार खासकर सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, शिवहर, गोपालगंज जैसे कुछ खास जिलों में अपना अच्छा वर्चस्व बना चुके इस गैंग से कई सफेदपोश जुड़े हुए थे. सूत्र बताते हैं कि कुछ तो इन्हें संरक्षण देने के बदले पैसे भी लेते थे. किसी बड़ी लेवी में कुछ सफेदपोशों को इसका शेयर मिलता था.
परंतु अभी तक हुई जांच में यह बात स्पष्ट नहीं हुई किन-किन सफेदपोशों के साथ इनकी साठगांठ है. मुकेश पाठक के मुंह खोलने पर कई नाम सामने आ सकते हैं. कुछ सफेदपोश इनका उपयोग वोट को मैनेज करने के लिए करते थे. कुछ जिलों में वोटरों को मैनेज करने के लिए इनके गैंग का इस्तेमाल होता था.

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें