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खाते में पड़े हैं 33 करोड़, विभाग ने मांगा उपयोगिता प्रमाणपत्र
पटना : नगर निगम को वित्तीय वर्ष 2007-2008 में नुरुम के तहत ठोस कचरा प्रबंधन के लिए 18.29 करोड़ की राशि मिली थी. इस मद से निगम को शहर की सफाई, कचरा उठाव के लिए उपकरण खरीद से लेकर कचरा निष्पादन के लिए काम करना था. लेकिन निगम बीते सात वर्षों में इस राशि को […]
पटना : नगर निगम को वित्तीय वर्ष 2007-2008 में नुरुम के तहत ठोस कचरा प्रबंधन के लिए 18.29 करोड़ की राशि मिली थी. इस मद से निगम को शहर की सफाई, कचरा उठाव के लिए उपकरण खरीद से लेकर कचरा निष्पादन के लिए काम करना था. लेकिन निगम बीते सात वर्षों में इस राशि को खर्च नहीं कर पाया.
खाते में पड़े पैसे सूद के माध्यम से 41.38 करोड़ हो गये. बाद में निगम ने उपकरणों की खरीद में मात्र सात करोड़, 80 लाख रुपये खर्च किये. लगभग 33.58 करोड़ रुपये अभी भी खाते में पड़े हुए हैं. वहीं निगम ने नगर विकास व आवास विभाग को इसका उपयोगिता प्रमाणपत्र भी नहीं दिया है.
प्रधान सचिव से नगर आयुक्त से एक सप्ताह के भीतर विभाग में रिपोर्ट को जमा करने के लिए कहा है. इसके अलावा निगम अब तक इतनी राशि क्यों खर्च नहीं कर पाया, इस पर भी नगर आयुक्त से विभाग ने जवाब मांगा है. इधर नगर आयुक्त ने बताया कि अभी उन्हें पदभार संभाले अधिक दिन नहीं हुए हैं. योजनाओं की समीक्षा कर विभाग में रिपोर्ट भेज दी जायेगी.
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