मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक रविवार को 19 एमएम बारिश पूरे क्षेत्र में हुई है और अगले 24 घंटे में पटना सहित पूरे राज्य में बारिश की संभावना है.
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लौटा मॉनसून, दो दिन होगी बारिश
पटना : राज्य में शनिवार की रात से मॉनसून फिर से मजबूत हो गया है. जो मॉनसून छत्तीसगढ़ व ओड़िशा की ओर शिफ्ट हो गया था, वह दोबारा से वापस लौटने लगा है. इस कारण से रविवार को राज्य के सभी जिलों में हल्की व तेज बारिश हुई है. मॉनसून बंगाल व झारखंड दोनों ओर […]
पटना : राज्य में शनिवार की रात से मॉनसून फिर से मजबूत हो गया है. जो मॉनसून छत्तीसगढ़ व ओड़िशा की ओर शिफ्ट हो गया था, वह दोबारा से वापस लौटने लगा है. इस कारण से रविवार को राज्य के सभी जिलों में हल्की व तेज बारिश हुई है. मॉनसून बंगाल व झारखंड दोनों ओर से बिहार तक पहुंचा है और इन दोनों राज्यों में सुबह से अच्छी बारिश हो रही है.
धीमी रही मॉनसून की चाल : बंगाल की खाड़ी में अच्छी बारिश होने के बाद मॉनसून प्रदेश में किशनगंज के रास्ते 17 जून को आया, लेकिन मॉनसून की रफ्तार धीमी होने से उसे बिहार तक पहुंचने में समय लगा. इसके बाद अचानक मॉनसून 28 जून
को बिहार छोड़ ओड़िशा, आंध्र प्रदेश व छत्तीसगढ़ की ओर शिफ्ट हो गया था. इस कारण से यहां पहले फेज में बारिश कम हुई और लोग गरमी से परेशान रहें.
आधा घंटा बारिश, दर्जन भर इलाकों में जलजमाव
पटना. आधा घंटा की बारिश और फिर शहर के दर्जन भर इलाकों में जलजमाव. रविवार को शहर में दो बार रुक-रुक कर हुई बारिश के बाद अधिकांश जगहों पर कुछ ऐसी ही स्थिति दिखी. मात्र 19 एमएम की बारिश से रिहायसी इलाकों समेत कर्इ जगहों पर जलजमाव हो गया. गांधी मैदान के मौर्या होटल के गेट पर भी जलजमाव देखा गया, जो फ्रेजर रोड तक था. इसके अलावा मीठापुर बस स्टैंड के दूसरी तरफ सड़क पर जलजमाव था. इसके अलावा राजेंद्रनगर, कांग्रेस मैदान जैसे दर्जनों इलाकों में जलजमाव से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि, बारिश के बाद जलजमाव को निगम के नाला उड़ाही की खराब स्थिति को जिम्मेवार नहीं कहा जा सकता. क्योंकि, बारिश के बाद अधिकांश ऐसे जगहों पर ही पानी का जमाव हुआ था, जहां या तो नाला नहीं है या सड़क नीची है या फिर नाले का निर्माण अभी पूरा नहीं हुआ है.
11 जिलों में वायरल बुखार का प्रकोप
पटना. मौसम परिवर्तन का असर अब दिखने लगा है. वातावरण में नमी के कारण लोगों में वायरस और बैक्टीरिया का प्रकोप बढ़ गया है. राज्य के 11 जिले इससे सर्वाधिक प्रभावित हैं. इसमें वैशाली, सीवान, समस्तीपुर, पूर्णिया, खगड़िया, जमुई, बक्सर, बेगूसराय, भागलपुर, गया व मुजफ्फरपुर प्रमुख हैं. वायरस व बैक्टीरिया के कारण मई में यह संख्या करीब 94 हजार 947 थी जो अब बढ़ कर एक लाख 17 हजार हो गयी है. सामान्य रूप से इसके लक्षण सर्दी, खांसी व बुखार के रूप में सामने आ रहा है. समिति को ब्रोकाइटिस (फेफड़े में संक्रमण) और चिकेन पॉक्स के सैकड़ों केस की रिपोर्ट प्राप्त हो रही है. इधर डाक्टरों का मानना है कि वातावरण में आर्द्रता अधिक होने से वायरस और बैक्टीरिया सक्रिय हो जाते हैं. यहीं कारण है कि लोगों में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. फेफड़े में संक्रमण के कारण लोगों में ऑक्सीजन लेने की क्षमता कम हो जाती है. आइएमए के वरीय सदस्य डा बसंत सिंह का कहना है कि सरकारी सहित निजी क्लिनिकों के ओपीडी में 30 फीसदी मरीज सिर्फ वायरल बुखार व फेफड़े में संक्रमण की शिकायत लेकर आ रहे हैं. इस संक्रमण से बचाव के लिए ताजी सब्जी व फल का सेवन ही करें.
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