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इओ साहब, केवल आश्वासन से नहीं होता समस्या का समाधान
निगम बार्ड की बैठक. नाली उड़ाही से साफ-सफाई तक को लेकर नोक-झोंक पटना : हंगामे व नोक-झोंक के बीच निगम बोर्ड की बैठक हुई. आधे घंटे देर से शुरू हुई इस बैठक में नाला उड़ाही, एक करोड़ की योजना, प्रस्ताव से संबंधित विस्तृत ब्योरा नहीं प्रस्तुत करने आदि पर रह-रह कर हंगामे होते रहे. रविवार […]
निगम बार्ड की बैठक. नाली उड़ाही से साफ-सफाई तक को लेकर नोक-झोंक
पटना : हंगामे व नोक-झोंक के बीच निगम बोर्ड की बैठक हुई. आधे घंटे देर से शुरू हुई इस बैठक में नाला उड़ाही, एक करोड़ की योजना, प्रस्ताव से संबंधित विस्तृत ब्योरा नहीं प्रस्तुत करने आदि पर रह-रह कर हंगामे होते रहे.
रविवार की थोड़ी-सी बारिश से ही वार्ड 57 में हुए जलजमाव पर जब मेयर अफजल इमाम ने कार्यपालक पदाधिकारी (इओ) से पूछा क्या मामला है, तो इओ ने जलजमाव की मुख्य वजह में एनएमसीएच के समीप बालू-गिट्टी के गिरे होने की बात कही. साथ ही उन्होंने से कार्रवाई का आश्वासन दिया. इस पर मेयर ने कहा- इओ साहब, आश्वासन से समस्या का समाधान नहीं होता है.
दरअसल बैठक में जैसे ही नाला उड़ाही की चर्चा शुरू हुई, वार्ड नंबर-57 के पार्षद रामनाथ चौधरी ने कहा कि मेरे वार्ड के मुख्य नाले को गिट्टी-बालू से अवरुद्ध कर दिया गया है. नगर आयुक्त व इओ से शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की गयी. बारिश की वजह से तीन दिनों के बाद भी जलजमाव लगा हुआ है. मेयर ने इओ से कहा कि आश्वासन न दें, कार्रवाई की तिथि निर्धारित करें. वहीं दस दिन और नाला उड़ाही का काम होगा. बैठक में आवारा कुत्तों को पकड़ने और मीटिंग हॉल के निर्माण के प्रस्ताव को मंजूरी दी गयी.
नाला उड़ाही पर बरसे पार्षद
वार्ड संख्या 42 की पार्षद रीता राय ने कहा कि मेरे वार्ड के दो बड़े नालों की उड़ाही अब तक नहीं की गयी है. नाला उड़ाही कार्य खत्म करने की अंतिम तिथि 10 जून खत्म हो गयी है. उड़ाही की अवधि बढ़ाने की जरूरत है. वार्ड संख्या 47 की पार्षद अभिलाषा देवी ने कहा कि मेरे वार्ड के राजेंद्र नगर रोड नंबर 13बी, बकरी बाजार, संदलपुर आदि में नाला उड़ाही नहीं होने से हल्की बारिश में ही जलजमाव हो गया है. वार्ड संख्या 59 की पार्षद मुमताज जहां ने कहा कि निगम के रोड को पीडब्ल्यूडी को दे दिया गया है, जो ठीक से नहीं बन रहा है.
इसी की वजह से पहली बार मेरे वार्ड में जलजमाव की समस्या हो गयी है. पार्षद कुमार संजीत ने कहा कि न्यू बाइपास के नाले की उड़ाही अब भी आधी-अधूरी है. एनबीसीसी नाले की भी यही स्थिति है. पार्षद प्रमीला सिंह ने पटेल नगर रोड नंबर एक से दस तक में जलजमाव होने की बात कही. इसपर इओ व नगर आयुक्त ने कहा कि दस दिन और नाला उड़ाही कार्य कराया जायेगा.सदन में हम नहीं, निगम में सिर्फ आप : मेयर ने बुडको के माध्यम से हाइवा व डिसिल्टिंग मशीन खरीदने को लेकर प्रस्ताव प्रस्तुत दिया. इस पर विनय कुमार पप्पू ने कहा कि व्यय का पूरा ब्योरा नहीं है और कैसे सदन में चर्चा के लिए प्रस्ताव लाया गया. इसके जवाब में मेयर ने कहा कि अभी सिर्फ डेमो दिखाया जायेगा और विचार-सुझाव आने के बाद संलेख लाया जायेगा. इसके साथ ही वार्ड आभा लता ने विनय पप्पू पर चुटकी लेते हुए कहा कि सदन में यही एक है. इसके बाद विरोधी गुट के पार्षद सुनील कुमार, रूप नारायण मेहता, संजय कुमार सिंह, मुकेश कुमार आदि ने विरोध करना शुरू कर दिया.
एक जून से डोर टू डोर कहां गया
वार्ड पार्षद विनय कुमार पप्पू ने कहा कि साफ-सफाई को लेकर अंचल स्तर पर समीक्षा, स्थायी समिति में समीक्षा और निगम बोर्ड में भी समीक्षा की गयी, लेकिन इसका क्या लाभ मिल रहा है. पार्षदों की आंख में धूल झोंक रहे हैं. एक जून से डोर टू डोर कचरा कलेक्शन का क्या हुआ. इसके जवाब में मेयर ने कहा कि निगम की प्राथमिक कार्य है सफाई, ऐसे में इसकी समीक्षा होनी ही चाहिए. शहर को साफ बनाने का कार्य सिर्फ मेयर ही क्याें, आप पार्षदों के सहयोग से ही पटना साफ व सुंदर बनेगा.
मुख्य अभियंता को हटाने पर सदन हुआ एकजुट
बैठक में वार्डों की योजना पर चर्चा शुरू हुई. पार्षद बालेश्वर सिंह, संजय कुमार सिंह, मुकेश कुमार, मो कुरैशी, सुनील कुमार आदि ने एक स्वर में कहा कि प्राक्कलन तैयार होने के बाद नगर मुख्य अभियंता के पास पहुंचता है, तो पेंडिंग में रख दिया जाता है. इसके बाद पूरा सदन खड़ा हो गया और मांग करने लगा कि मुख्य अभियंता को हटाया जाये. पार्षदों की मांग पर मेयर ने कहा कि 15 दिनों का समय मुख्य अभियंता को दिया है, अगर निर्धारित समय में पेंडिंग फाइल नहीं निष्पादित होती है, तो अगली बोर्ड की बैठक में हटाने का प्रस्ताव लाया जायेगा.
एक करोड़ की योजना पर भी खूब हुआ हंगामा
निगम क्षेत्र की वार्डों की विकास के लिए एक-एक करोड़ की योजना बनाया गया. इस योजना के तहत पार्षदों ने अनुशंसा भी किया, लेकिन अब तक टेंडर नहीं निकला है. पार्षद विनोद कुमार ने मेयर से सवाल करते हुए कहा कि पिछले बोर्ड की बैठक में एक करोड़ की योजना को लेकर प्रस्ताव लाने वाले थे, लेकिन कार्य सूची में नहीं है.
इसके बाद संजय कुमार सिंह, रूप नारायण मेहता, मुकेश कुमार आदि कहने लगा कि पिछले बैठक में 32 करोड़ की बात कहीं गयी, तो फिर कम कैसे हो गया. करीब 10 मिनट हंगामा होने के बाद मेयर ने कहा कि अगली बोर्ड की बैठक में सदन को निगम कोष की राशि बताया जायेगा और जो निर्णय होगा, उसका क्रियान्वयन किया जायेगा.
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