सीवान : पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड के मास्टरमाइंड लड्डन मियां ने आज कोर्ट के समक्ष सरेंडर किया जिसके बादमुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (सीजेएम) अरविन्द कुमार सिंह ने लड्डन मियां को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया.लड्डन मियां को पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन का करीबी बताया जाता है. आपको बता दें कि लड्डन मियां की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रहीथीऔर उनके खिलाफ कुर्की की तैयारी पुलिस ने कर ली थी.गिरफ्तारी के बाद लड्डन मियां ने एक टीवी पत्रकार से बात करते हुए कहा कि मैंने पुलिसिया दबाव में सरेंडर किया है. मेरे ऊपर लगाए गए आरोप में सच्चाई नहीं है.
वहीं, सीवान के एसपी सौरभ शाह मामले में जानकारी देते हुए कहा कि इस हत्याकांड में अब तक गिरफ्तार सारे आरोपियों के तार लड्डन मियां से जुड़तें नजर आ रहे हैं. पुलिस कोर्ट से लड्डन मियां की रिमांड मांगेगी. पूछताछ के बाद लड्डन मियां से कई बड़े राज का पता चल सकता है.
गौरतलब है कि सीजेएम ने तीन दिन पहले आरोपी लड्डन मियां की संपत्ति को कुर्क करने को लेकर उसके घर पर नोटिस चिपकाने का आदेश दिया था, जिसके बाद शहर के टाउन थाना क्षेत्र के रामनगर के निवासी मियां ने आत्मसमर्पण किया. नोटिस में लड्डन मियां को आत्मसमर्पण के लिए दो दिन की मोहलत दी गयी थी और कहा गया था कि ऐसा नहीं करने पर उसकी संपत्ति कुर्क कर ली जायेगी. कुर्की का नोटिस जारी होने के बाद मियां की तीन बहनों ने यह कहते हुए अदालत का रुख किया कि जिस संपत्ति को लेकर नोटिस जारी किया गया है, उसमें उनका भी हिस्सा है.
एक समाचार पत्र के जिला ब्यूरो प्रमुख राजदेव रंजन की 13 मई को स्टेशन रोड स्थित फल मंडी के पास अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। उस समय पत्रकार दफ्तर बंद होने के बाद अपनी मोटरसाइकिल से जा रहे थे. पत्रकार की हत्या की घटना के बाद राजद नेता और पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन को सिवान जेल से भागलपुर जेल भेज दिया गया. इस मामले में सिवान पुलिस ने 25 मई को जिले के विभिन्न स्थानों से पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया था. पुलिस ने आरोपियों में से एक रोहित कुमार के पास से 7.65 बोर का एक देशी पिस्तौल भी बरामद किया था, जिसका इस्तेमाल पत्रकार की हत्या में किया गया था. पुलिस के दावे के अनुसार रोहित ने रंजन पर गोली चलाने की बात स्वीकार कर ली है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पांचों आरोपियों से पूछताछ के दौरान यह बात निकलकर आयी कि लड्डन मियां ने ही पत्रकार की हत्या का ठेका दिया था। मियां एक हिस्टरी-शीटर है, जो 27 अप्रैल को जेल से बाहर आया था. पत्रकार की हत्या को लेकर हुई देशव्यापी आलोचना के बाद राज्य सरकार ने 16 मई को औपचारिक रुप से मामले की सीबीआई जांच की अनुशंसा की थी.