Advertisement
30 दिन बाद मॉनसून, सिटी में महज आठ फीसदी नाला उड़ाही
लापरवाही. किसी भी अंचल में नाला उड़ाही का 50 प्रतिशत काम पूरा नहीं मॉनसून का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. एक महीने बाद पटना में मॉनसून का असर दिखना शुरू हो जायेगा. लेकिन, नगर निगम इसको लेकर तैयार नहीं दिख रहा. पटना : मॉनसून का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. ठीक एक महीने बाद पटना […]
लापरवाही. किसी भी अंचल में नाला उड़ाही का 50 प्रतिशत काम पूरा नहीं
मॉनसून का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. एक महीने बाद पटना में मॉनसून का असर दिखना शुरू हो जायेगा. लेकिन, नगर निगम इसको लेकर तैयार नहीं दिख रहा.
पटना : मॉनसून का काउंटडाउन शुरू हो चुका है. ठीक एक महीने बाद पटना में मॉनसून का असर दिखना शुरू हो जायेगा. लेकिन, नगर निगम इसको लेकर तैयार नहीं दिख रहा. नाला उड़ाही चालू होने के डेढ़ महीने बाद भी अंचलों में आधा काम तक पूरा नहीं हो सका है. पटना सिटी के कार्यपालक पदाधिकारी ने अंचल में चल रही नाला उड़ाही कार्य का प्रतिवेदन नगर आयुक्त को उपलब्ध कराया है. इस रिपोर्ट के अनुसार अंचल क्षेत्र में खुले नाले की सफाई 7.51 प्रतिशत, मैनहोल की सफाई 8.90 प्रतिशत और कैचपिट की सफाई सिर्फ 5.52 प्रतिशत ही की गयी है.
इस रिपोर्ट को देखने के बाद नगर आयुक्त ने अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी, सिटी मैनेजर और सहायक स्वास्थ्य पदाधिकारी पर नाराजगी जतायी है. नगर आयुक्त ने कार्यपालक पदाधिकारी से कहा कि नाला उड़ाही की यह स्थिति काम में कोताही दिखा रही है.
अब तक होना चाहिए 70 फीसदी काम
अंचल में अब तक कम से कम 70 प्रतिशत नाला उड़ाही कार्य पूरा हो जाना चाहिए, लेकिन अनदेखी के कारण सिर्फ आठ प्रतिशत ही नाला उड़ाही की जा सकी है. इस माह के अंत तक शत-प्रतिशत नाला उड़ाही कार्य पूरा नहीं किया गया, तो कार्रवाई की जायेगी.
वार्ड पार्षद संजीव कुमार ने कहा कि निगम मुख्यालय में अधिकारियों की घोर कमी हो गयी है. इसी का परिणाम है कि वार्ड स्तर पर नाला उड़ाही कार्य में कोताही की जा रही है. अधिकारी नहीं होने के कारण मुख्यालय स्तर पर प्रोपर निगरानी नहीं हो रही है. इससे अंचल में जैसे-तैसे नाला उड़ाही कार्य किया जा रहा है.
सैदपुर नहर की शत प्रतिशत उड़ाही का दावा : बांकीपुर अंचल क्षेत्र में दो बड़े नाले हैं. इसमें सिर्फ सैदपुर नहर की शत प्रतिशत उड़ाही का दावा किया जा रहा है. वहीं, शिवम नाले की उड़ाही 50 प्रतिशत किये जाने की बात कही जा रही है. वार्ड स्तर पर छोटे-छोटे नालों की उड़ाही 15 से 25 प्रतिशत ही की गया है.
यही स्थिति मैनहोल व कैचपिट की है. वहीं अंचल क्षेत्र के उमा सिनेमा हॉल से लेकर सैदपुर संप तक के भूगर्भ नाले की उड़ाही को लेकर मशीन का इंतजार किया जा रहा है. इस भूगर्भ नाले की उड़ाही नहीं होने के बाद कदमकुआं, नवल किशोर लेन, साहित्य सम्मेलन के पीछे का इलाकों में जलजमाव की समस्या बनने की संभावना है.
वार्ड स्तर पर धीमी है उड़ाही : कंकड़बाग अंचल क्षेत्र में बड़े नाले में मीठापुर मोड़ से लेकर जीरो माइल तक कच्चा नाला है. इसके साथ ही अशोक नगर जीरो प्वाइंट से लेकर रामलखन पथ भूगर्भ नाला है.
इन नालों की अब तक शत प्रतिशत उड़ाही नहीं की गयी है. कच्चे नाले की उड़ाही अब तक जीरो माइल से नंदलाल छपरा तक ही की गयी है. वहीं चार दिन पहले रामलखन पथ में उड़ाही शुरू की गयी है. इसके साथ ही वार्ड स्तर पर भी नाला उड़ाही कार्य काफी धीमा है, जिसका खुलासा निगम के अधिकारी भी कर चुके हैं.
हकीकत से दूर है रिपोर्ट : नूतन राजधानी अंचल क्षेत्र में सबसे अधिक 22 बड़े नालों की संख्या है. इन बड़े नालों की उड़ाही औसतन 60 प्रतिशत की गयी है. इसमें सर्पेंटाइन नाले की उड़ाही 98 प्रतिशत, कुर्जी नाले की उड़ाही 67.5 प्रतिशत, रेलवे हंडर पुनाइचक नाला की उड़ाही 96 प्रतिशत की गयी है. वही, सर्पेंटाइन नाले की हकीकत कुछ और ही दिख रही है.
विधायक आवास के पीछे कचरा भरा है और अदालतगंज रोड के समीप प्रवाह अवरूद्ध हो रहा है. वहीं, वार्ड स्तर पर नाला उड़ाही कार्य काफी धीमा है.
पटना : मीठापुर मोड़ से जीरो माइल तक कच्चा नाला है, जिस पर सैकड़ों स्थानों पर सड़क बना कर नाला को अवरुद्ध कर दिया गया है. साथ ही ट्रांसपोर्ट नगर के समीप स्थित पेट्रोल पंप के नजदीक नाला पर पुल बनाया जा रहा है, जिससे नाला अवरूद्ध हो गया है.
नाले में उलटा पानी का बहाव हो रहा है. इसकी सूचना नगर आयुक्त शीर्षत कपिल अशोक को मिली, तो उन्होंने तत्काल कंकड़बाग अंचल के कार्यपालक पदाधिकारी इरफान आलम को फोन पर निर्देश दिया कि जीरो माइल के समीप जो भी एजेंसी नाले के ऊपर पुल बना रही है, उस पर रोक लगायें. रोक के बावजूद निर्माण हो, तो प्राथमिकी दर्ज करायें.
गौरतलब है कि हाइकोर्ट का सख्त आदेश है कि नाले के ऊपर किसी प्रकार का अतिक्रमण नहीं होना चाहिए और कहीं अतिक्रमण है, तो उसे हटाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए. इसके बावजूद निगम प्रशासन नाले के ऊपर से अतिक्रमण हटाने में विफल है. न्यू बाइपास पर अनिसाबाद मोड़ से सीपारा पुल तक दर्जनों जगहों पर नाला अवरूद्ध किया गया है.
यही स्थिति पटेल नगर नाला, सर्पेंटाइन नाला, आनंदपुरी नाला, राजीव नगर आदि नालों का है. नगर आयुक्त ने सभी कार्यपालक पदाधिकारी को निर्देश दिया कि नाले के ऊपर से अतिक्रमण हटाने को लेकर अभियान चलायें और अतिक्रमण हटाने में व्यवधान उत्पन्न करनेवाले व्यक्ति या संस्था पर प्राथमिकी दर्ज करायें.
Prabhat Khabar App :
देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए
Advertisement