दरअसल पटना में बिल्डर्स की बढ़ती धोखाधड़ी के मामलों को डीआइजी ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने बिल्डिंग फ्रॉड से जुड़े केस की निगरानी शुरू कर दी है. ऐसे लोगों की कुंडली भी तैयार की जा रही है, जिनके खिलाफ आधा दर्जन से अधिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की पृष्ठभूमि बन रही है. इसके अलावा भू-माफिया पर भी पुलिस की नजर है. वैसे लोगों पर भी डीआइजी ने कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है.
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प्रभात पड़ताल: फ्रॉड बिल्डरों की तैयार हो रही कुंडली, कसेगी नकेल
पटना : फ्रॉड बिल्डरों की अब खैर नहीं. लाखों लेकर फ्लैट के लिए चक्कर कटवाना उन्हें महंगा पड़ेगा. अब ऐसे बिल्डरों को चिह्नित कर सूचीबद्ध किया जा रहा है. उनकी कुंडली तैयार की जा रही है. बिल्डरों के खिलाफ अब तक दर्ज हुए धोखाधड़ी के मामलों पर डीआइजी की पैनी निगाह है. पहले से पेंडिंग […]
पटना : फ्रॉड बिल्डरों की अब खैर नहीं. लाखों लेकर फ्लैट के लिए चक्कर कटवाना उन्हें महंगा पड़ेगा. अब ऐसे बिल्डरों को चिह्नित कर सूचीबद्ध किया जा रहा है. उनकी कुंडली तैयार की जा रही है. बिल्डरों के खिलाफ अब तक दर्ज हुए धोखाधड़ी के मामलों पर डीआइजी की पैनी निगाह है. पहले से पेंडिंग केसों में तेजी से कार्रवाई की तैयारी है. जो अब तक गिरफ्तार नहीं हुए हैं, उनके खिलाफ वारंट लिया जायेगा, बाकी मामलों में चार्जशीट की जायेगी.
दरअसल पटना में बिल्डर्स की बढ़ती धोखाधड़ी के मामलों को डीआइजी ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने बिल्डिंग फ्रॉड से जुड़े केस की निगरानी शुरू कर दी है. ऐसे लोगों की कुंडली भी तैयार की जा रही है, जिनके खिलाफ आधा दर्जन से अधिक धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं. उनके खिलाफ कार्रवाई की पृष्ठभूमि बन रही है. इसके अलावा भू-माफिया पर भी पुलिस की नजर है. वैसे लोगों पर भी डीआइजी ने कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया है.
50 से अधिक लोगों के साथ धोखाधड़ी : पटना के शहरी इलाकों में फ्लैट के नाम पर चीटिंग के 50 से अधिक मामले हैं. ये वे मामले हैं, जो पुलिस की जीडी में दर्ज हैं, लेकिन शिकायत करनेवाले फ्लैट व इंसाफ के लिए लगातार पुलिस दफ्तरों के चक्कर काट रहे हैं. बिल्डरों की ऊंची पहुंच और पैसे के आगे उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है. सूत्रों की मानें तो थाना इस तरह के केसों में जिस तरह से शिथिलता बरत रहा है, उससे पुलिस की बिल्डरों से मिलीभगत के साफ संकेत मिलते हैं. इस तरह के केसों में डीआइजी खुद ही मॉनीटरिंग कर रहे हैं. जिन मामलों में पुलिसकर्मियों की मिलीभगत सामने आयेगी, उन पर कार्रवाई तय है. इस संबंध में डीआइजी शालीन ने बताया कि फ्लैट बुकिंग के नाम पर धोखा नहीं चलेगा. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जायेगी. पुलिस भी नहीं बख्शी जायेगी.
अनिल िसंह के ठिकानों पर छापा
बिल्डर अनिल सिंह की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कई ठिकानों पर छापेमारी की है, लेकिन उसका पता नहीं चल पाया है. कोतवाली पुलिस का कहना है कि अनिल सिंह का मोबाइल फोन बंद है, उसका सटीक लोकेशन नहीं मिल पा रहा है. अनिल के बारे में सुराग लगाया जा रहा है. दावा है कि बहुत जल्द उसकी गिरफ्तारी की जायेगी.
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